फ्लोर मिल संचालक से होगी 19 लाख की वसूली
गोपनीय सूचना पर बिजली विभाग ने मारा था छापा, पकड़ी गई थी चोरी, फेस के तारों में स्विच लगाकर रोकी जाती थी सप्लाई, एफआइआर दर्ज।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। विद्युत विभाग की छापेमारी में फ्लोर मिल में बड़ी बिजली चोरी पकड़ी गई थी। अब विभाग मिल संचालक से 19 लाख रुपये की वसूली की तैयारी कर रहा है। प्रारंभिक जांच में मीटर में फेस के तारों में स्विच लगाकर बिजली चोरी करने की बात सामने आई है।
अधिशासी अभियंता परीक्षण खंड मैनपुरी ओमप्रकाश की अगुवाई में उपखंड अधिकारी संजीव कुमार, सहायक अभियंता मीटर राजेंद्र ¨सह, प्रभारी अवर अभियंता नंदकिशोर के संयुक्त नेतृत्व में टीम ने गत 22 जनवरी को कुरावली के जीटी रोड पर फ्लोर मिल में छापा मारा था। चोरी की बिजली से मिल का संचालन होता पकड़ा गया था। मिल संचालक गौरव गुप्ता के नाम से 44.44 किलोवॉट का कनेक्शन स्वीकृत था। उपखंड अधिकारी संजीव यादव का कहना है कि मिल संचालक ने बिजली चोरी के लिए हाइटेक तरीका अपनाया था। मीटर के अंदर जाने वाले तारों के साथ छेड़छाड़ की थी। न्यूट्रल वायर को तो छोड़ दिया था, लेकिन फेस के तीनों तारों में कटआउट स्विच लगा रखे थे। स्विच को इस प्रकार के फिट कराया गया था कि वे आसानी से दिखाई न दें।
स्विच को ऑन करने पर सप्लाई लाइन से कट हो जाती थी और मिल को डायरेक्ट सप्लाई मिलती थी। एक लाइन बंद होने पर दूसरे स्विच को ऑन कर दिया जाता था। लंबे समय से ऐसे ही चोरी हो रही थी। उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करा नौ लाख रुपये का शमन शुल्क और 10 लाख रुपये पैनॉल्टी लगाई गई है। कई और भी संदेह के घेरे में: अधीक्षण अभियंता उमेश चंद्र वर्मा का कहना है कि जिस तरीके से बिजली की चोरी हो रही थी वह बिना किसी एक्सपर्ट की मदद के संभव नहीं है। इसमें विभाग के कुछ लोगों की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। गोपनीय जांच कराई जा रही है। बिजली चोरी कराने में शामिल लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा।