बुखार से हालात बेकाबू, अस्पताल में अव्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग ने नहीं कराए राहत के प्रबंध, जिला अस्पताल में कम पड़ रहे हैं पलंग, अधिकारी मौन।
मैनपुरी : बुखार का दिनों-दिन बढ़ता प्रकोप इंसान की सेहत पर भारी पड़ने लगा है। गुरुवार को तेज बुखार से पीड़ित तीन लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। तो दूसरी ओर गंभीर रूप से बीमार मरीजों को भर्ती करने के लिए बिस्तर कम पड़ रहे हैं। इस बदतर हालातों को काबू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कोई कोशिश करता नहीं दिख रहा।
जिले में एक पखवाड़े से बुखार ने अपना कहर बरपा रखा है। गांव से लेकर शहर तक टायफाइड, मलेरिया और वायरल के मरीजों की भरमार है। जिला अस्पताल में तो स्थितियां ही बेकाबू हो रही हैं। गुरुवार को इमरजेंसी में दोपहर तीन बजे तक 95 मरीज पहुंचे। इनमें से 35 मरीज बुखार और 20 मरीज पेट दर्द व डायरिया से पीड़ित थे। कोतवाली क्षेत्र के गांव भाऊपुर निवासी ख्यालीराम (65) को बुखार पीड़ित होने पर बेहद गंभीर हालत में इमरजेंसी लाया गया। उपचार के दौरान बाद में उनकी मौत हो गई।
करहल थाना क्षेत्र के गांव नगला धारा निवासी पुष्पा देवी (40) पत्नी शिवराम ¨सह को कई दिनों से बुखार आ रहा था। परिजन गांव के ही एक निजी चिकित्सक से उपचार दिला रहे थे। राहत न मिलने पर उन्हें सैफई ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। उधर, कुरावली निवासी 14 वर्षीय प्रियंका पुत्री राजबहादुर को पांच दिन पहले बुखार आया था। स्वास्थ्य केंद्र के इलाज से राहत न मिलने पर परिजन उसे आगरा और वहां से दिल्ली ले गए। बुधवार रात को उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल में गुरुवार को भी ज्यादा संख्या के चलते एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती करना पड़ा।