नहीं थम रहा बुखार का प्रकोप, एक और बच्ची की मौत
मैनपुरी जासं। मौसम की मार सेहत को बीमार कर रही है। बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। सरकारी और प्राइवेट अस्पताल सभी में ज्यादातर बिस्तर फुल हैं। कुसमरा में बुखार की चपेट में आने से जहां एक बालिका की मौत हो गई वहीं इमरजेसी से लगभग एक दर्जन मरीजों को बेहद गंभीर हालत में सैफई के लिए रेफर किया गया।
जासं, मैनपुरी: सोमवार को निमोनिया से एक बच्ची की मौत हुई थी। दूसरे दिन मंगलवार को एक और बच्ची की बुखार के चलते मौत हो गई। बुखार से मौत का सिलसिला थम नहीं पा रहा है। बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा होने से सरकारी और प्राइवेट अस्पताल फुल हो गए हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी से लगभग एक दर्जन मरीजों को गंभीर हालत होने पर सैफई रेफर किया गया है।
बुखार का कहर दिनों-दिन तेज होता जा रहा है। मंगलवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में लगभग 1300 मरीजों ने पंजीकरण कराया। सबसे ज्यादा बुखार के मरीज थे। दिन भर दवा काउंटर के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। इमरजेंसी का हाल भी बुरा रहा। यहां एक भी बिस्तर खाली नहीं रहा। दोपहर दो बजे तक लगभग दर्जन भर मरीजों को सैफई रेफर कर दिया गया।
कस्बा कुसमरा में इटावा मार्ग निवासी आशीष कुमार की सात वर्षीय बेटी कृष्णा कई दिनों से बुखार से बीमार थी। सोमवार को अचानक बच्ची की तबियत बिगड़ी तो परिजन निजी अस्पताल लाए। यहां से उसे सैफई भेज दिया। यहां बालिका की मौत हो गई। वहीं जिला अस्पताल की इमरजेंसी से औंछा थाना क्षेत्र के गांव हीरापुर निवासी रौनक (डेढ़ वर्ष) पुत्र प्रदीप को बुखार से हालत खराब होने से सैफई रेफर कर दिया गया। शहर के यदुवंशनगर निवासी आलोक (35) पुत्र मान सिंह को भी बुखार के बाद खून की उल्टियां होने पर सैफई भेजा गया है। अस्पताल में बना डेंगू वार्ड
बुखार के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला अस्पताल परिसर में डेंगू वार्ड बनवाया गया है। मंगलवार को जिला मलेरिया विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचकर वार्ड की स्थिति देखी। यहां 10 मरीजों को भर्ती करने के लिए इंतजाम कराए गए हैं।