कार ने मारी बाइक में टक्कर, पिता-पुत्र की मौत
घिरोर संसू। बाइक से जा रहे पिता-पुत्र को पीछे से आई कार ने टक्कर मार दी। दोनों बाइक सहित उछलकर काफी दूर जा गिरे। मौके पर ही मौत हो गई। कार असंतुलित होकर खड्ड में जा गिरी। कार सवार लोग भाग निकले जिनमें से भीड़ ने चालक को पकड़ लिया।
संसू, घिरोर : ये सपनों की मौत थी और संरक्षण की भी मौत। बाइक से औरैया से एटा तक का करीब 150 किमी का लंबा सफर बुधवार को बीच में ही खत्म हो गया। बाइक से जा रहे पिता-पुत्र को पीछे से आ रही कार ने टक्कर मार दी। पिता और पुत्र दूर जाकर गिरे। आसपास के लोग जब तक उनके पास पहुंचे, दोनों की सांसें थम चुकी थीं। पुत्र एटा में बीटीसी का छात्र था। उधर, टक्कर मारने के बाद झाड़ियों में जा गिरी कार में सवार लोग तो भाग गए मगर ग्रामीणों ने चालक को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया।
ये दर्दनाक हादसा सुबह करीब आठ बजे हुआ। औरैया के कस्बा बेला निवासी कुलदीप कुमार (47) का पुत्र पुष्पेंद्र (22) एटा के मुस्ताबाद क्षेत्र में स्थित कॉलेज में बीटीसी के छात्र थे। मुस्ताबाद में ही किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। तीन दिन की छुट्टी के बाद पुष्पेंद्र बुधवार को अपने कॉलेज जा रहे थे। इसके लिए वे सुबह करीब पांच बजे बाइक से निकले थे। साथ में पिता कुलदीप कुमार भी पीछे थे।
थाना घिरोर क्षेत्र में लपगवां के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से आ रही कार ने बाइक में टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर जोरदार थी। बाइक उछलकर काफी दूर जा गिरी। बाइक के साथ ही दोनों लोग भी लहूलुहान होकर दूर जा गिरे। नजदीक जाकर लोगों ने देखा तो दोनों की सांसें थम चुकी थीं। उधर, टक्कर के बाद कार बेकाबू होकर सड़क किनारे बबूल की झाडि़यों में जा घुसी। कार में सवार लोग निकलकर भाग गए मगर चालक को ग्रामीणों ने दबोच लिया। हादसे की खबर लगने पर आई पुलिस को हवाले कर दिया। ऐसे हुई पहचान
ग्रामीणों और पुलिस के लिए सबसे बड़ा सवाल मृतकों की पहचान का था। पुष्पेंद्र के पास एक बैग था। इसमें कागजात रखे थे। पुष्पेंद्र के कपड़ों की जेब से उनका परिचय पत्र निकला। इनके जरिए ही दोनों की पहचान हो गई और पुलिस ने परिजनों को सूचित कर दिया। परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया। तीन घंटे का सफर किया था पूरा, जाना था अभी और
औरैया से एटा स्थित मुस्ताबाद तक की दूरी करीब डेढ़ सौ किमी है। इतना लंबा सफर तय करने के लिए पुष्पेंद्र बुधवार सुबह करीब पांच बजे ही औरैया से चले थे। इटावा, करहल होते हुए तकरीबन तीन घंटे तक चलने के बाद सुबह आठ बजे घिरोर थाना क्षेत्र पहुंचे। घटनास्थल से मुस्ताबाद की दूरी भी करीब 60 किमी बताई जाती है।