हड़ताल पर कर्मचारी, बिजली कटौती ने बढ़ाई मुसीबत
मैनपुरी जासं। पीएफ घोटाले के विरोध में कार्य बहिष्कार पर चल रहे कर्मचारियों का आंदोजन अब सतह पर आने लगा है। अधिकारी और कर्मचारियों के कार्य कहिष्कार के चलते अब शहर और जिला में बिजली कटौती सताने लगी है। दिन में कई बार होने वाली कटौती का असर भी अब दिखने लगा है।
जासं, मैनपुरी: पीएफ घोटाले के विरोध में कार्य बहिष्कार पर चल रहे बिजली कर्मचारियों का आंदोलन अब उग्र होने लगा है। अधिकारी और कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते अब शहर और जिले में बिजली कटौती सताने लगी है। दिन में कई बार होने वाली कटौती का असर भी अब दिखने लगा है।
विद्युत कर्मचारी और अधिकारी पीएफ घोटाले को लेकर इन दिनों कार्य बहिष्कार पर बैठे हुए हैं। कर्मचारियों के आंदोलन की वजह से अब बिजली संकट परिलक्षित होने लगा है। गुरुवार को भी शहर और कस्बों में दिन में कई बार कटौती होने से नागरिकों को परेशानी झेलनी पड़ी। कटौती का असर अब उद्योग धंधों और छोटे कारोबार पर पड़ने लगा है। बिजली नहीं आने से चल रहे जेनरेटर भी अब प्रदूषण को बढ़ने में लगे हुए हैं।
पावर हाउस पर हुआ धरना
पीएफ घोटाले के विरोध में गुरुवार को भी बिजली अधिकारी और कर्मचारी पॉवर हाउस पर धरने पर बैठे। पावर हाउस पर आयोजित धरने के दौरान कर्मचारियों ने इस घोटाले के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कर्मचारियों का कहना था कि सरकार द्वारा मात्र आश्वासन दिया जा रहा है। आंदोलन के दौरान अध्यक्ष इंजीनियर हरीश सोनी, सचिव प्रतीक यादव, अतुल, इंद्र कुमार, ज्ञानेंद्र पुष्कर, मनीष कुमार, अनिल कुमार, नवीन कुमार, मनोज यादव, रजनीकांत राय, राजेश पांचाल, संजीव कुमार, विशंभर सिंह, रवि कुमार, शंकर, सत्य प्रकाश, रामसनेही आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
जेई की पत्नी सदमे में
पीएफ घोटाले की बात सामने आने के बाद अवर अभियंता की पत्नी सदमे में चली गई। पति और स्वजन उनको इलाज के लिए आगरा ले गए। अवर अभियंता राजवीर सिंह की पत्नी पीएफ घोटाला सामने आने के बाद से गुमसुम रहने लगी। गुरूवार को हालत बिगड़ने पर पति उनको इलाज के लिए आगरा ले गए। इसकी जानकारी खुद अवर अभियंता ने साथियों को वाट्स एप पर पत्र लिखकर दी है।