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चुनावी दौर में गटकी जा रही शराब, शौकीनों की आ रही मौज

मैनपुरी जासं। चुनावी सीजन में लगता है शराब के शौकीनों की संख्या बढ़ गई है। बिक्री सामान्य दिनों की अपेक्षा थोड़ी ज्यादा हुई है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस मामले में अपनी नजर टेढ़ी कर ली है और आबकारी विभाग ने रिपोर्ट भी तलब की है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 10:45 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 06:22 AM (IST)
चुनावी दौर में गटकी जा रही शराब, शौकीनों की आ रही मौज
चुनावी दौर में गटकी जा रही शराब, शौकीनों की आ रही मौज

वीरभान सिंह, मैनपुरी: जिले में शराब के शौकीन कुछ दिनों से ज्यादा ही बढ़ गए हैं। आंकड़े तो यही बता रहे हैं। चुनावी सीजन में शराब की बिक्री सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा हुई है। अब या तो पीने वाले बढ़ गए हैं या चुनावी लाभ उठाने के लिए लोगों में शराब बंटवाने वाले। वैसे चुनाव आयोग ने इस मामले में अपनी नजर टेढ़ी कर ली है। इस संबंध में आबकारी विभाग से खपत संबंधी रिपोर्ट तलब की है।

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चुनावी मौसम में शराब का जिक्र न हो, ऐसा संभव नहीं। मतदान की तारीख नजदीक आते ही जिले में शराब की मांग भी अचानक बढ़ गई है। ऐसे में हरियाणा, पंजाब के अलावा दूसरे प्रांतों से होने वाला शराब का अवैध कारोबार भी बढ़ गया है। गिहार बस्तियां भी इस कारोबार में पीछे नहीं हैं। आदर्श आचार संहिता का खौफ भी दिख रहा है। कहीं पकड़े न जाएं, लिहाजा राजनीतिक दलों ने पहले से ही शराब का स्टॉक कर रखा है। मतदाताओं को लुभाने के लिए उनके मनपसंद ब्रांड को परोसा भी जा रहा है। ये तो सिर्फ सरकारी आंकडे़ हैं

ये तो महज सरकारी आंकडे़ हैं, लेकिन जिले में शराब की खपत इनसे कहीं ज्यादा है। सबसे बड़ा खेल अंग्रेजी और देसी शराब में होता है। नकली शराब बनाकर उसे ब्रांडेड बोतलों में पैक कर बेखौफ बाजारों में खपाया जाता है। मैनपुरी में नकली शराब का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। कई सफेदपोश भी इस कारोबार में जुडे़ हुए हैं। कच्ची शराब को खुला संरक्षण

चुनाव के मौसम में भले ही शराब के कारोबार पर नजर रखी जा रही हो, लेकिन कच्ची शराब का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। कहीं खेतों के किनारे भट्ठियां धधक रही हैं तो कहीं घरों में इनकी बिक्री हो रही है। कुरावली, किशनी, घिरोर, औंछा, बिछवां और मैनपुरी थाना क्षेत्र के एक सैकड़ा से ज्यादा गांव शराब के अवैध कारोबार से जुडे़ हैं। यहां से कच्ची शराब खूब परोसी जा रही है। इसके अलावा शहर कोतवाली में बस स्टैंड के सामने और आगरा रोड पर मंडी के सामने गिहार बस्तियों में भी चुनाव के लिए भट्ठियां धधक रही हैं। कुरावली, किशनी, भोगांव की कंजड़ बस्तियों में भी घरों में शराब स्टोर की जा रही है। खूब खप रही हरियाणा की करीना और हिमांचल की रोमियो

मैनपुरी में तस्करी की शराब का बड़ा कारोबार है। हरियाणा प्रांत में बनने वाली करीना और हिमांचल प्रदेश से आने वाली रोमियो ब्रांड की शराब जिले में जमकर खप रही है। सफेद पोश रसूखदारों की शह पर चोरी छिपे बेची जाने वाली गैर प्रांतों की शराब का कारोबार लगभग 25 फीसद है। खुद शराब कारोबारी इसे स्वीकारते हैं। 'शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। चुनाव में विशेष टीमें लगाई गई हैं। बिक्री ज्यादा नहीं बढ़ी है। सहालग भी चल रहे हैं। ऐसे में बिक्री सामान्य ही कही जा सकती है।'

पीके मौर्या, आबकारी अधिकारी, मैनपुरी। मार्च 2019 में हुई बिक्री

देसी : 2.10 लाख बोतल

विदेशी : 1.10 लाख बोतल

बीयर : दो लाख बोतल वर्ष 2018-19 में जिले में शराब की खपत

शराब दुकानें खपत

देसी 185 23,58,589

विदेशी 74 16,00,745

बीयर 55 28,99,765 पिछले साल हुई थी कार्रवाई

छापेमारी : 2973 स्थानों पर

बरामदगी : 18134 लीटर शराब व केमिकल

गिरफ्तारी : 55 शराब तस्कर

जेल भेजे : 20 तस्कर


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