शहीद की पत्नी ने देश की रक्षा को दी वोट की आहुति
मैनपुरी जासं। लोकसभा चुनाव की सियासत में मुद्दों की शक्ल बदलने वाले पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवान के गांव में लोकतंत्र के उत्सव का उत्साह नजर आया। शहीद की पत्नी और मां ने जाकर मतदान के अपने कर्तव्य को निभाया। ग्रामीण भी इसमें पीछे नजर नहीं आए। शहीद की पत्नी ने कहा कि वह ऐसी सरकार चाहती हैं जो देश की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हो।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: लोकसभा चुनाव की सियासत में मुद्दों की शक्ल बदलने वाले पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवान के गांव में लोकतंत्र के त्योहार को लेकर उत्साह दिखा। शहीद की पत्नी और मां ने जाकर मतदान के अपने कर्तव्य को निभाया। ग्रामीण भी इसमें पीछे नजर नहीं आए। शहीद की पत्नी ने कहा कि वह ऐसी सरकार चाहती हैं जो देश की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हो।
बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में बरनाहल ब्लॉक के गांव विनायकपुर निवासी सीआरपीएफ जवान रामवकील शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद भी भारत ने पाक के अंदर घुसकर एयर स्ट्राइक की और उसके बाद से ही चुनाव में देश की सुरक्षा एक अहम मुद्दा बनकर सामने आया। मंगलवार को शहीद के गांव में विकास के साथ यह मुद्दा ही ग्रामीणों की जुबां पर रहा। शहीद की पत्नी गीता देवी ने मतदान करने के बाद बताया कि वह ऐसी सरकार चाहती हैं जो आतंकियों पर सख्त कार्रवाई करे। देश की सुरक्षा के प्रति सजग हो, जिससे देश के जवानों की शहादत की नौबत न आए। उन्होंने सरकार के लिए विकास कराने की प्रतिबद्धिता होने की भी बात कही। शहीद की मां अमितश्री ने कहा कि उनका बेटा हर चुनाव में वोट डालता था। उनको भी मतदान के लिए कहता था, इस कारण वह भी हर बार वोट डालती हैं। बेटा अब नहीं रहा, लेकिन उसकी कही बात पर अमल करती रहूंगी। शहीद के भतीजे शिवकुमार दोनों को साथ लेकर मतदान केंद्र पहुंचे थे। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बहुत से लोग फौज में अपनी सेवा दे चुके हैं। राष्ट्र रक्षा का भाव उनके भी अंदर है। हालांकि गांव के विकास के लिए भी सरकार को कोशिश करनी चाहिए।