Move to Jagran APP

ईशन नदी से मिलेगा सिंचाई को भरपूर पानी

मैनपुरी जासं। जिले की सीमा में ईशन नदी करीब पांच दर्जन गांवों और शहर से होकर गुजरती है। अब जिला प्रशासन की ईशन में पानी लाने की कवायद इन गांवों में किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी। नदी वाले ऐसे गांवों में कच्चे डैम बनेंगे। यह काम ग्राम पंचायतों को पूरा कराना होगा। ऐसे कच्चे बांधों से नदी में साल पर्यंत पानी बना रहेगा तो खेतों की सिचाई को भी भरपूर पानी मिल सकेगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 11:09 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jan 2020 06:08 AM (IST)
ईशन नदी से मिलेगा सिंचाई को भरपूर पानी
ईशन नदी से मिलेगा सिंचाई को भरपूर पानी

जासं, मैनपुरी: जल संरक्षण की दिशा में ईशन नदी अब नई इबारत लिखती नजर आएगी। जिले की सीमा में ईशन नदी करीब पांच दर्जन गांव और शहर से होकर गुजरती है। जिला प्रशासन की ईशन में पानी लाने की कवायद इन गांवों के किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी। नदी किनारे वाले गांवों में कच्चे डैम बनाए जाएंगे। इनके जरिए पूरी साल नदी पानी से लबालब रहेगी। इससे किसान इस पानी से फसल की सिंचाई भी कर सकेंगे। बनेंगे कच्चे बांध

loksabha election banner

ईशन नदी बुढ़र्रा गांव से जिले की सीमा में प्रवेश करती है। यह तिसाह, नसीरपुर होकर गोपालपुर से निकलकर मैनपुरी शहर से सटकर विद्यापुर, पुसैना से होकर आगे का सफर तय करती है। जिले के कुसमरा, गदनपुर और गोपालपुर आदि गांवों से निकलकर यह कन्नौज के पास गंगा में समाहित होती है। अब जिला पंचायत राज विभाग ऐसे सभी गांवों से निकलने वाली नदी किनारे कच्चे बांध बनवाएगा। डीपीआरओ स्वामीदीन ने बताया कि इसके लिए पांच दर्जन से ज्यादा प्रधानों को यह काम 14 वें वित्त से वरीयता से कराने के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा है।

-

बढ़ेगा जलस्तर-

ईशन नदी में बारिश के दिनों में जरूर कुछ पानी नजर आता है, बाकी दिनों यह सूखी रहती है। अब कच्चे बांध बनने के बाद नदी में पूरे साल पानी का प्रवाह बना रहेगा, साथ ही जलस्तर भी सुधरेगा।

-

ईशन में कच्चे बांध बनाने के लिए संबंधित ग्राम पंचायतों से कार्य योजना बनाने को कहा है। यह काम ग्राम पंचायतों को ही कराना होगा। इससे जल संरक्षण को लाभ मिलेगा।

नगेंद्र शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.