मिलावट में फंसे आठ कारोबारी, एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर
खाद्य विभाग ने बीते माह नमूने भरे थे जिसकी जांच में मिलावट साबित हुई। ऐसे मामलों में जुर्माना के साथ कई माह की सजा हो सकती हैं।
जासं, मैनपुरी: खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान लिए गए सैंपल में से आठ में मिलावट साबित हुई है। अब, जांच रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने आठ कारोबारियों के खिलाफ एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया है। इन मामलों में जुर्माने के साथ सजा भी हो सकती है।
खाद्य अभिहीत अधिकारी डा. टीआर रावत बताया कि विभागीय खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बीते माह अभियान चलाया था। इस दौरान भरे गए नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया, जहां से आठ नमूनों में मिलावट साबित होने पर ऐसे कारोबारियों के खिलाफ स्थानीय एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया गया है।
इनके नमूनों में साबित हुई मिलावट
शहर के राधाकुंज निवासी सत्यवती के यहां से टीम ने माउथ फ्रेशनर का नमूना भरा था, जांच के दौरान इसमें तंबाकू का मिश्रण मिला है। खरगजीत नगर के विनोद कुमार के यहां से लिए गए कोल्ड ड्रिंक के नमूने में रंग की मिलावट साबित हुई है। किशनी बस स्टैंड के पास कारोबार करने वाले राकेश उर्फ लालू की कचरी में अत्यधिक रंग पाया गया, जबकि शहर के पंजाबी कालोनी निवासी रामजी गुप्ता के यहां से भरे पापड़ के नमूने में अखाद्य रंग की मिलावट साबित हुई है। गाड़ीवान मुहल्ला के ओमप्रकाश अग्रवाल के यहां से भरे गए कचरी के नमूने में भी अखाद्य रंग का इस्तेमाल साबित हुआ है। सदर बाजार किशनी निवासी रजनीश गुप्ता के यहां से भरे मुनक्का के नमूने में जीवित और मृत कीट पाए गए। इन सभी के खिलाफ एसीजेएम कोर्ट में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। उन्होंने बताया कि सुनवाई के बाद इन मिलावट करने वाले कारोबारियों पर जुर्माना के साथ सजा भी हो सकती है।