जली किताबों की तपिश से झुलस रहा विभाग
बीएसए ने स्कूल पहुंचकर की जांच, लिए बयान, पुरानी किताबें बता हो हरी लीपापोती की कोशिश।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। स्कूल में सरकारी किताबें जलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग उसकी तपिश में झुलस रहा है। मामले को ठंडे बस्ते में डालने का रास्ता नहीं सूझ रहा है। बुधवार को एबीएसए ने जांच की खानापूर्ति कर मामला निपटाने की कोशिश की थी, परंतु आला अफसर इससे खफा हो गए। जिसके बाद गुरुवार खुद बीएसए ने स्कूल पहुंच कर जांच की। हालांकि किताबे क्यों नहीं बंटी, इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिला है।
मंगलवार को कन्या जूनियर हाईस्कूल गोला बाजार में कक्षा एक, पांच और आठ के बच्चों को वितरण के लिए आई किताबों को जला दिया गया था। बच्चे ¨हदी आदि की किताबों को जलाकर ताप रहे थे। जागरण ने बुधवार के अंक में इस मामले को फोटो सहित उजागर किया था। इसके बाद सीडीओ ने जांच के आदेश दिए। बुधवार को एबीएसए ने जांच की थी। गुरुवार को बीएसए विजय प्रताप स्कूल पहुंचे। वहां स्कूल के हैडमास्टर अरुण कुमार और शिक्षकों से जानकारी ली। सूत्रों के मुताबिक अरुण कुमार से किताब जलाने के बारे में पूछा गया तो पहले मामले से अनभिज्ञता जाहिर कर दी, फिर कहा कि विद्यालय में पुताई कार्य होने से कचरा बाहर निकाला गया था। इसी में कुछ किताबें भी थीं। उनकों बच्चों ने अनदेखे में जला दिया होगा। बीएसए ने बताया कि किताबें पुरानी बताई जा रही हैं। जांच रिपोर्ट जल्द ही अधिकारियों को सौंप दी जाएगी। यह जली थी किताबें: ¨हदी कलरव, हमारा इतिहास एवं नागरिक शास्त्र की कई पुस्तकों को आग के हवाले किया गया था। इनके अलावा पहली कक्षा की भी कुछ किताबें शामिल थीं। हर रोज जल रहीं थी किताबें: विभाग भले ही कुछ किताबें जलने की बात कह रहा है, परंतु सूत्रों की मानें तो कई दिनों से स्कूल में किताबे जलाने का सिलसिला चल रहा था। बच्चे हर रोज इनसे ताप रहे थे। क्यों नहीं खुलवा कर देखा स्टोर: बीएसए ने जांच के दौरान स्कूल के कमरे भी देखे, परंतु वहां बना स्टोर रूम खोलकर नहीं देखा गया। सूत्रों के मुताबिक स्टोर रूप में कबाड़ आदि भरा हुआ है। बची हुई किताबे भी इसके ही अंदर रखी गई थीं। इन सवालों के नहीं मिले जवाब:
- किताबें किस सत्र में वितरण को आई थीं?
- किताबों को बच्चों को क्यों नहीं बांटा गया?
- वितरण न होने के लिए कौन जिम्मेदार?
- स्कूल ने विभाग को किताबें बचने की जानकारी दी थी या नहीं?
- किसके आदेश से किताबों को जलाया गया, कौन जिम्मेदार?