कैंप से फिर निराश लौटे दिव्यांग, नहीं आए विशेषज्ञ चिकित्सक
दिव्यांगता परीक्षण कैंप निरंतर जिले में लापरवाही की भेंट चढ़ रहा है।
मैनपुरी : दिव्यांगता परीक्षण कैंप निरंतर जिले में लापरवाही की भेंट चढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेषज्ञों की तैनाती न कराए जाने की वजह से दिव्यांगों को बगैर जांच के ही वापस लौटना पड़ रहा है।
शासन की सुविधाओं का लाभ लेने के लिए दिव्यांगों को प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। आसानी से प्रमाण पत्र जारी हो सकें, इसके लिए सीएमओ कार्यालय पर प्रत्येक सोमवार परीक्षण शिविर आयोजित कराने के निर्देश खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए थे। लेकिन यह व्यवस्था ठप पड़ी है। सोमवार को कार्यालय में लगे शिविर से दिव्यांगों को फिर से निराश लौटना पड़ा। अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार के भाई का निधन होने की वजह से वे अवकाश पर थे। जबकि, नेत्र रोग विशेषज्ञ कई महीनों से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। दिव्यांग राममोहन मिश्रा का कहना है कि नेत्रहीनों की जांचें लंबित पड़ी हुई हैं। सीएमओ डॉ. अशोक कुमार पांडेय का कहना है कि विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती के लिए उच्चाधिकारियों को भी पत्र लिखा गया है।