मानदेय बढ़ोतरी के लिए आशाओं ने दिया धरना
मानदेय में बढ़ोतरी और दूसरी सुविधाओं की मांग को लेकर नाराज आशा कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी की। मुख्यमंत्री के नाम संबोधित सात सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी को सौंपा। समस्या निस्तारण न होने पर लखनऊ में आंदोलन की चेतावनी दी है।
जासं, मैनपुरी : सीएचसी और पीएचसी पर आशाओं के ठहरने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। न तो वर्दी उपलब्ध कराई गई है और न ही परिचय पत्र। छह से आठ महीनों का वक्त बीत गया है, अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली। इन सभी समस्याओं से परेशान आशा कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी की।
मानदेय में बढ़ोतरी और दूसरी सुविधाओं की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित सात सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी को सौंपा। आशा कर्मचारी यूनियन के बैनर तले शनिवार को आशा कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट के तिकोनिया पार्क में धरना दिया। जिलाध्यक्ष किरन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार हमारे हितों की अनदेखी कर रही है। धरना प्रदर्शन में जिला मंत्री ममता यादव, बिट्टन देवी, राजेश कुमारी, संगीता, पुष्पा देवी, कुसमा देवी, ममता यादव, कांती, प्रेमवती, मिथलेश कुमारी, नीता, उर्मिला, संगीता, आरती देवी, शशिप्रभा आदि शामिल थीं। ये हैं मुख्य मांगें
- न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये प्रतिमाह हो।
- सीएचसी, पीएचसी पर रात्रि विश्राम की व्यवस्था हो।
- आशाओं को कर्मचारी का दर्जा मिले।
- परिचय पत्र के साथ दूसरी सुविधाएं भी मिलें।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को स्थायी मिशन बनाया जाए।