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सड़कों पर पसरा सन्नाटा, घरों में संयम का संबल

चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस पीएसी होमगार्ड पीआरडी बैरियर लगाकर रोक दी गई वाहनों की अनावश्यक आवाजाही।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Mar 2020 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 26 Mar 2020 06:06 AM (IST)
सड़कों पर पसरा सन्नाटा, घरों में संयम का संबल
सड़कों पर पसरा सन्नाटा, घरों में संयम का संबल

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: मंगलवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरे भारत में लॉक डाउन कर दिया। इसी के साथ ही जिलेभर में लॉक डाउन हो गया। सुबह से ही लोग घरों में संयम से रहे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बुधवार को लॉकडाउन का पालन कराने के लिए जिले भर में पुलिस तैनात कर दी गई। वहीं आलाधिकारी भी जिले भर का भ्रमण करते हुए दिखाई दिए। बैरियर लगाकर जिले की नाकाबंदी कर दी गई है।

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दुनिया के कई देशों में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस ने भारत में पैर पसारना शुरू किए तो सरकार ने बचाव के लिए कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए। रविवार को एक दिन का जनता क‌र्फ्यू रखा गया था। अगले दिन बाजार खुले तो भीड़ जमा होने लगी। वायरस के फैलने के खतरे को देखते हुए दोपहर बाद बाजार बंद करा दिए गए। बुधवार रात लॉक डाउन होने के साथ ही प्रशासन ने अपनी रणनीति बदल दी। पूरी तरह लॉकडाउन करने को लेकर रात भर बैठकें चलती रहीं। इस दौरान लोगों की जरूरी आवश्यकताओं को पूरा किए जाने को लेकर भी विचार विमर्श किया गया।

सुबह होते ही नई रणनीति पर काम शुरू हो गया। पुलिस, पीएसी, होमगार्ड और पीआरडी जवानों को जेलर ने अलग-अलग स्थानों पर तैनात कर दिया गया। सभी को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी गई। सभी उप जिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में सड़कों पर निकल आए। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी अजय कुमार पांडेय ने भी जिले भर का भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। नहीं खुलने दिए बाजार

किराना, दूध, सब्जी और फल के दुकानदारों को पता था कि उन्हें अपनी दुकानें खोलने की अनुमति है। ताकि लोग जरूरी वस्तुओं को खरीद सकें। इसी के चलते बुधवार सुबह कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोलना शुरू किया तभी पुलिस पहुंच गई। सभी को पूर्ण लॉकडाउन की जानकारी देते हुए दुकानें खोलने से रोक दिया गया। घर वापस भेजे बाजार आए लोग

बुधवार को नवरात्र का पहला दिन था। हर किसी को पूजा पाठ करने के लिए प्रसाद, फल और पूजा की सामग्री की आवश्यकता थी। नवरात्र पर सैकड़ों महिला और पुरुष उपवास भी रखते हैं। इसके लिए फलाहार की आवश्यकता होती है। बुधवार सुबह लोग फलाहार और पूजा की सामग्री लेने के लिए बाजार में आए तो सन्नाटा था। फोन पर लगाते रहे दुकानदारों से गुहार

बाजार बंद होने पर तमाम लोग पूजा की सामग्री लेने के लिए दुकानदारों से फोन पर दुकान खोलने की गुहार लगाते रहे। दुकानदारों को सामान की दो गुनी और तीन गुनी कीमत देने का लालच भी दिया। लेकिन दुकानदारों ने लॉकडाउन होने की बात कहते हुए दुकान खोलने से इन्कार कर दिया। कुछ दुकानदारों ने दुकान से सामान निकाल कर घर से बेचने की कोशिश की लेकिन पुलिस उन्हें ऐसा नहीं करने दिया।


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