अलर्ट मोड पर रहेंगी कोरोना वैक्सीनेशन की टीमें
एसडीएम ने समीक्षा बैठक में तैयारियों का जायजा लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को बताई जिम्मेदारियां
संसू, भोगांव: कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिम्मा संभालने वाली टीमों को हर समय अलर्ट मोड पर रहना होगा। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए जिम्मेदारों को अपनी तैयारियां जल्द पूरी करनी होंगी। वैक्सीनेशन के दौरान लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी।
ये निर्देश एसडीएम सुधीर कुमार सोनी ने तहसील में कोविड वैक्सीनेशन की तैयारियों की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्यकर्मियों को दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप कोरोना की वैक्सीन संबंधित प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोल्ड चेन में रखवाई जाएंगी। भोगांव तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा से जुड़े 2329 कर्मचारियों को पहले चरण में वैक्सीन लगाए जाने की योजना बनाई गई है। एसडीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ टीकाकरण के दौरान अन्य जरूरी मानकों के अनुसार सामान उपलब्ध कराने को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के सभी लाभार्थियों का विवरण पहले ही अपलोड हो चुका है। सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में टीकाकरण कराया जाएगा। जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह गौर ने अब तक हुई तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है। बैठक में यूनिसेफ के संजीव पांडेय, चिकित्सा अधीक्षक बेवर डा. मनीष प्रताप सिंह कुशवाह, एमओआईसी सुल्तानगंज डा. जेपी वर्मा, सुबोध यादव, यूनिसेफ के अजमत अली उरवीर सिंह, अरूण कुमार, विकास शाक्य, रवींद्र सिंह चौहान, सुभाष राजपूत मौजूद रहे। करहल से दिल्ली के लिए रवाना हुए 40 किसान
संसू, करहल : कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में शामिल होने के लिए गुरुवार को 40 किसानों का दल दिल्ली रवाना हुआ। करहल के ये किसान ट्रैक्टर ट्राली से गए हैं।
कस्बा निवासी भारतीय किसान यूनियन आगरा मंडल के उपाध्यक्ष लाल कुमार यादव और जिला मैनपुरी के वरिष्ठ किसान नेता वीरभान सिंह के नेतृत्व में दो ट्रैक्टर टालियों में सवार होकर चालीस किसान रवाना हुए। किसानों ने बताया कि वे करहल से घिरोर-जसराना मार्ग होकर के एटा पहुंचेंगे। वहां से जीटी रोड से अलीगढ़ होते हुए सीधे दिल्ली जाएंगे। किसान नेता वीरभान सिंह ने बताया कि किसानों को यूपी बार्डर पर पुलिस ने यदि रोकने का प्रयास किया तो वहीं पर धरना दिया जाएगा। सभी किसान अपने साथ सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े, रजाई, गद्दे के अलावा भोजन का प्रबंध करके ले गए हैं।