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कंपकंपाती सर्दी में जमीन पर पढ़ने को मजबूर बच्चे

सरकारी स्कूलों के बच्चे ठिठुरने को मजबूर हैं। स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए बैंच-डेस्क तक नहीं हैं। इस कारण बच्चों को सर्दियों में भी जमीन में बैठकर पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Dec 2018 11:37 PM (IST)Updated: Fri, 28 Dec 2018 11:37 PM (IST)
कंपकंपाती सर्दी में जमीन पर पढ़ने को मजबूर बच्चे
कंपकंपाती सर्दी में जमीन पर पढ़ने को मजबूर बच्चे

मैनपुरी : सरकारी स्कूलों के बच्चे ठिठुरने को मजबूर हैं। स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए बैंच-डेस्क नहीं है। इस कारण बच्चों को सर्दियों में भी जमीन में बैठकर पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। कई स्कूलों में तो टाट पट्टी तक भी नहीं है।

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जिले के 2186 प्राथमिक विद्यालय हैं। शासन ने इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के बैठने के लिए बैंच डेस्क व्यवस्था लागू की थी। फिर भी बच्चों को सर्दियों के मौसम में भी नीचे फर्श पर बैठकर पढ़ने को मजबूर होना पड़ता है। हालांकि नीचे बैठने के लिए स्कूलों में टाट पट्टी की व्यवस्था है, लेकिन तमाम स्कूल ऐसे हैं जिनके पास टाट पट्टी भी जर्जर हालत में है। टाट पट्टी पर बैठकर बच्चे स्कूलों में ठिठुरते रहते हैं। विभाग की ओर बच्चों को फर्नीचर उपलब्ध कराए जाने पर कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में तो अधिकांश में बैठने के लिए बैंच डेस्क मिल गए हैं, लेकिन देहात के स्कूलों की स्थिति अभी भी पहले जैसी है। बीएसए विजय प्रताप ¨सह ने बताया कि बजट के अभाव में कुछ स्कूलों में बैंच-डेस्क उपलब्ध नहीं कराया जा पा रहा है।


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