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घर के बाहर खेलते मासूम को बंदरों ने काटा, गंभीर

इमरजेंसी में टांके लगाने से स्टाफ ने खडे़ किए हाथ देते रहे सलाह सर्जन को नहीं बुलाया लहूलुहान बेटे को निजी अस्पताल ले गई मां।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Aug 2019 10:00 PM (IST)Updated: Mon, 05 Aug 2019 06:32 AM (IST)
घर के बाहर खेलते मासूम को बंदरों ने काटा, गंभीर
घर के बाहर खेलते मासूम को बंदरों ने काटा, गंभीर

मैनपुरी, जागरण संवाददाता। ननिहाल में आए बालक पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बंदर कमर से निचले हिस्से का मांस नोंच ले गए। गंभीर हालत में परिजन इमरजेंसी लेकर पहुंचे, लेकिन जख्म देख स्टाफ ने टांके लगाने से हाथ खडे़ कर लिए। काफी देर तक सलाह देने का सिलसिला चलता रहा, लेकिन किसी ने भी सर्जन को फोन नहीं किया। उपचार में देर होते देख परिजन लहूलुहान हालत में घायल मासूम को निजी अस्पताल ले गए।

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शहर के मुहल्ला राजीव गांधी नगर स्थित ननिहाल में सावन का पर्व मनाने के लिए परिजनों के साथ आए देव (2) पुत्र दीपक रविवार की दोपहर घर के बाहर खेल रहा था। तभी अचानक बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बंदरों ने बच्चे के कमर के नीचे के हिस्से को काट लिया। चीख सुनकर दौड़े परिजनों ने बंदरों को भगा खून से लथपथ बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन, यहां भी उन्हें राहत न मिल सकी।

अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात स्टाफ के लोगों ने बच्चे का जख्म देखकर टांके लगाने से मना कर दिया। काफी देर तक परिजनों को यह सलाह दी जाती रही कि वे बच्चे को प्राइवेट डॉक्टर के पास ले जाएं। इतनी देर तक सर्जन को न तो फोन किया गया और न ही रजिस्टर पर मैसेज भिजवाया गया। बेहतर इलाज के नाम पर रेफर कर दिया गया। उपचार में देर होती देख परिजन घायल बालक को एक निजी चिकित्सक के पास ले गए।


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