Tablighi Jamaat: मरकज में शामिल होने के बाद घर में छुपकर बैठे थे जमाती, अब हुई FIR दर्ज
Tablighi Jamaat मार्च के पहले सप्ताह में निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे। नौ जमातियों के खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज।
मैनपुरी, जेएनएन। देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की चैन बनाने का जिम्मेदार माने जा रहे तब्लीगी मरकज में शामिल होने की बात छुपाने वाले 10 जमातियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो गई है। ये सभी जमाती मार्च के पहले सप्ताह में निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर लौटे थे। जब इनसे अप्रैल में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने पूछताछ की थी तो उसमें इन्होंने जमात में शामिल होने की बात छुपा ली थी।
मामले के अनुसार जमातियों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने जमात में शामिल होने वालों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया था। जिले के निवासियों से अनुरोध किया गया था कि जो भी जमात में शामिल हुआ हो वह खुद अपने बारे में प्रशासन को जानकारी दे ताकि उनकी जांच कराई जा सके। इसके बावजूद जमात में शामिल होने वाले नौ लोगों ने मरकज जाने की जानकारी अधिकारियों से छुपाई थी। तीन अप्रैल को किसी प्रकार प्रशासन को जमातियों के बारे में जानकारी मिली तो पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चार अप्रैल को सभी जमातियों को क्वारंटाइन कर दिया। सभी की जांचें कराई गईंं लेकिन किसी में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। प्रशासन ने राहत की सांस ली। इन जमातियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
इसके बाद मंगलवार को जब प्रशासन को इनके मार्च के पहले सप्ताह में मरकज में शामिल होने की जानकारी मिली सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मुफ्ती मुहम्मद जाहिद कासमी, अब्दुल रहमान निवासीगण छाछा थाना भोगांव, सोबी निवासी मुहल्ला कटरा शहर मैनपुरी, ईद मुहम्मद निवासी अजीतगंज थाना एलाऊ, मुहम्मद फैज निवासी करियानीम थाना भोगांव, सादाबअली, बसीम निवासीगण सिकंदरपुर कोतवाली मैनपुरी, सबाब अनवर निवासी गोला बाजार कोतवाली मैनपुरी, मुहम्मद आशिफ निवासी मुहल्ला गाड़ीवान शहर मैनपुरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
महमूद नगर के जमाती के खिलाफ भी रिपाेर्ट
शहर कोतवाली की आगरा गेट चौकी इंचार्ज अतेंद्र सिंह ने महमूद नगर निवासी हवीव खान के खिलाफ महामारी कानून के तहत एफआइआर दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपित हबीव खान दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज में आठ से दस मार्च के बीच तबलीगी कार्यक्रम में मौजूद रहा था। यह जानकारी जानबूझकर प्रशासन से छुपाई है। हबीब खान के मरकज में शामिल होने की जानकारी 4 अप्रैल को हो गई थी तभी उसे क्वारंटाइन भेज दिया गया था ।