दो मौतों के बाद टूटी प्रशासन की नींद, डाला डेरा
दो दिनों में डेंगू से तीन की हुई मौत डीएम और सीएमओ ने नगला निरंजन पहुंच देखे हालात प्रतिदिन की मांगी रिपोर्ट कैंप लगा दवाओं का कराया वितरण।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। नगला निरंजन में डेंगू बुखार की दहशत बरकरार है। कुल तीन मौतों के बाद प्रशासन की नींद टूट गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने वार्ड में डेरा डाल लिया है। रविवार की दोपहर डीएम और सीडीओ ने कॉलोनी का निरीक्षण किया। कैंप लगाकर मरीजों की जांच की गई और दवाओं का वितरण किया गया। गलियों में सफाई व्यवस्था ठीक न मिलने पर नाराजगी जताते हुए पालिका प्रशासन को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए।
शहर के वार्ड नगला निरंजन में डेंगू बुखार से दो और एक अन्य की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूट गई है। रविवार की सुबह से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप कर बुखार से पीड़ित मरीजों की रक्त जांच कराई गई। डीएम पीके उपाध्याय ने सीएमओ डॉ. एके पांडेय के साथ मुहल्ले का दौरा किया। लोगों का हालचाल जाना। सफाई व्यवस्था न कराए जाने से नाराज लोगों ने अपना रोष भी व्यक्त किया। इस पर डीएम ने प्रतिदिन की स्थिति की रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को यहां टीमें तैनात कर जलनिकासी कराने को कहा है। इतना ही नहीं, नियमित फॉगिग और डीडीटी छिड़काव कराने को कहा है। आठ पॉजिटिव मिले डेंगू के सैंपल
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगला निरंजन में रहने वाले 10 लोगों के सैंपल लिए थे। जांच में इनमें से आठ में डेंगू होने की पुष्टि की गई है। इनमें संध्या (17), वैष्णवी (13), गीता देवी (40), मधु (30), गीता (42), जूली (15), मोहित (16) और वासुदेव (17) शामिल हैं। 13 हजार प्लेटलेट्स मिलने पर वासुदेव को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत बेहद गंभीर बनी है। आगरा, दिल्ली में दर्जनों का चल रहा इलाज
नगला निरंजन निवासी गुड्डी देवी पत्नी रामनरेश, अशोक कुमार पुत्र पारसनाथ, सीमा पाल पत्नी ताराचंद, रंजीत पाल पुत्र गिरंद पाल, साधना पत्नी राजेश, विनीता पाल पत्नी चंद्रपाल, कुसमा पाल पत्नी मनोज, किरन पत्नी स्व. महेश चंद्र, नीरज, रामदयाल, शांती देवी, बीना, उपदेश सहित लगभग दो दर्जन से ज्यादा लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से ज्यादातर को दिल्ली और आगरा के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हर घर लग रहा निशान
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगला निरंजन में फॉगिग और टेमीफोस दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब टेमीफोस का छिड़काव नियम से हो रहा है। दवा छिड़काव के बाद घरों के बाहर नंबर भी दर्ज कराए जा रहे हैं। जलभराव और गंदगी से घिरा है क्षेत्र
पूरा क्षेत्र जलभराव और गंदगी से घिरा हुआ है। वार्ड में जल निकासी के कोई इंतजाम नहीं होने के कारण घरों के बाहर ही गंदा पानी भरा हुआ है। स्थिति यह है कि लोगों को गंदगी के बीच ही रहना पड़ रहा है। रविवार को गंदगी के निस्तारण के लिए मुहल्ले के बच्चों और युवाओं ने खुद ही सफाई का जिम्मा उठाया। मास्क बांधकर झाड़ियां उखाड़ीं। इन बातों का रखें ख्याल
- घरों में या इसके आसपास पानी का जमा न होने दें।
- ठहरे हुए पानी में मिट्टी डलवाएं।
- मच्छरों के लार्वा को मारने के लिए गंदगी की सफाई कराएं।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- किसी भी प्रकार का बुखार होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।