गोवंश पर बरपा कहर, पहले पीटा, फिर घसीटा
दन्नाहार क्षेत्र के गांगसी, नगला कुशल और उधन्ना गांवों के सैकड़ों किसानों ने गोवंश को हांककर स्वास्थ्य उपकेंद्र, गांगसी में बंद कर दिया।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। बेसहारा गोवंश से नाराज किसानों ने सोमवार को उस पर कहर बरपाया। पहले उसे बेहरमी से पीटा, फिर सड़क पर घसीटा।
दन्नाहार क्षेत्र के गांगसी, नगला कुशल और उधन्ना गांवों के सैकड़ों किसानों ने गोवंश को पहले हांककर स्वास्थ्य उपकेंद्र, गांगसी में बंद कर दिया। उसके बाद गायों और बछड़ों पर लाठियां बरसाईं। उन्हें सड़कों पर दूर तक घसीटा भी गया। दिन भर बेजुबानों पर बेरहमी का सिलसिला चलता रहा, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जहमत नहीं उठाई। स्वास्थ्य केंद्र में क्या हुआ, अधिकारी अनजान: स्वास्थ्य उपकेंद्र, गांगसी कुचेला लंबे समय से बंद चल रहा है। अभिलेखों में तो यह दर्ज है, लेकिन यहां न तो चिकित्सक आते हैं और न ही स्टाफ। सोमवार को वहां मरीजों के बजाय मवेशियों की तादाद देखने को मिली। स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अधिकारी को इसकी जानकारी न हो सकी। स्वास्थ्य केंद्र संचालित है या नहीं, जिम्मेदार इसके लिए एक-दूसरे पर जवाबदेही थोपते रहे। अब घिरोर में वन गायों के खिलाफ आंदोलन की तैयारी: सोमवार को विकास खंड घिरोर के अलग-अलग गांवों में किसानों ने बैठक की। रुपेंद्र ¨सह शाक्य का कहना है कि घिरोर के कोसमा, बेलाहार क्षेत्र में शनिवार को वन गायों में लगभग 200 बीघा फसल को नष्ट कर दिया था। आतंक बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन प्रशासन कोई व्यवस्था नहीं कर रहा। किसानों ने गांव रहमतुल्लापुर, फाजिलपुर, ढकरई, वीनेपुर, नोनामई, बेलाहार, कोसमा में संपर्क कर वन गायों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने की रणनीति बनाई है। चेतावनी दी है कि यदि प्रशासनिक स्तर पर इंतजाम न हुए तो सैकड़ों किसान कलक्ट्रेट का घेराव करेंगे।