आयुष्मान के लाभ को पखवाड़े में होगी पहल
आयुष्मान पखवाडे़ की मदद से जरूरतमंदों को निश्शुल्क उपचार की सुविधा दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। नौ अगस्त तक चलने वाले अभियान में गांव-गांव कैंप लगाकर लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की योजना तय की गई है।
जासं, मैनपुरी: आयुष्मान पखवाडे़ की मदद से जरूरतमंदों को निश्शुल्क उपचार की सुविधा दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। नौ अगस्त तक चलने वाले अभियान में गांव-गांव कैंप लगाकर लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की योजना तय की गई है।
रविवार की दोपहर कलक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक को संबोधित करते हुए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रत्येक कार्डधारक को लाभान्वित कराया जाना है। 26 जुलाई से नौ अगस्त तक इसके लिए विशेष पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पूरे पखवाडे़ स्वास्थ्य विभाग की टीमें छूटे हुए लोगों के कार्ड बनवाकर उन्हें योजना की पूरी जानकारी देंगी। जिले में 1.10 लाख परिवारों के सापेक्ष अभी 45280 परिवारों के ही कार्ड बन सके हैं। जबकि 65 हजार लोग इस सुविधा के लाभ से वंचित हैं। पूरे पखवाडे़ इन छूटे हुए लोगों तक पहुंचने की कोशिश होगी।
सीडीओ ईशा प्रिया ने कहा कि इस योजना के तहत अब निश्शुल्क कार्ड बनाए जा रहे हैं। ऐसे लोग जिनके पास प्रधानमंत्री द्वारा भेजे गए पत्र पहुंचे हैं, वे उन्हें ले जाकर नजदीकी जन सुविधा केंद्रों में या अस्पतालों में संपर्क करें। सभी लोगों का पंजीकरण कर उनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे। इस कार्ड के माध्यम से पांच लाख रुपये तक का इलाज पंजीकृत अस्पतालों में निश्शुल्क दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले से सात हजार श्रमिकों का भी डाटा मिल चुका है। बैठक में डा. अनिल कुमार यादव, जिला मलेरिया अधिकारी एसएन सिंह, डा. राज विक्रम सिंह, सुनील कुमार पांडेय जिला समन्वयक आयुष्मान भारत योजना, रवींद्र सिंह गौर आदि उपस्थित थे। इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पत्र लेकर लाभार्थी नजदीकी जन सुविधा केंद्र या फिर पंजीकृत अस्पतालों में पहुंचकर वहां अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें आधार कार्ड, प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया पत्र और राशन कार्ड या परिवार रजिस्टर की फोटोकापी लेकर जाना होगा। इन अस्पतालों में मिलेगा उपचार
आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में कुल 20 अस्पतालों को शामिल किया गया है। इनमें आठ निजी और 12 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। निजी अस्पतालों में रागिनी नर्सिंग होम, सिटी हास्पिटल, शिवानी अस्पताल, आर्थो एंड फ्रेक्चर नर्सिंग होम, पाठक नर्सिंग होम, हेमा आइ क्लीनिक, मैनपुरी नर्सिंग होम और जेबी मेमोरियल हास्पिटल शामिल हैं।