अयोध्या मामले को लेकर प्रशासन अलर्ट, किया मॉकड्रिल
जागरण संवाददाता मैनपुरी गुरुवार को कुछ लोग अचानक सड़क पर आ गए। वाहनों पर पथराव किया। पुलिस ने भी जवाब दिया। दंगा जैसे हालात थे पुलिस लाइन के मैदान में। यहां दंगाई भी पुलिसकर्मी थे और बचाव वाले भी पुलिसकर्मी ही।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: गुरुवार को कुछ लोग अचानक सड़क पर आ गए। वाहनों पर पथराव किया, आगजनी की। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रबर की गोलियां दागीं, टीयर गैस छोड़ी। इसके बाद दंगाई तितर-बितर हो गए।
दरअसल, ये कोई हकीकत नहीं बल्कि पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल थी। अयोध्या प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले को देखते हुए पुलिस प्रशासन हालात को काबू करने की तैयारियों का रिहर्सल कर रहा था। इसके लिए गुरुवार सुबह डीएम पीके उपाध्याय, एसपी अजय शंकर राय, एएसपी ओमप्रकाश सिंह, एडीएम बीराम आदि पुलिस लाइन पहुंचे। मॉक ड्रिल के लिए पुलिसकर्मियों की दो टीमें बनाई गई। एक टीम को दंगाई और दूसरी टीम को पुलिस की भूमिका निभानी थी। देखते ही देखते दंगाई बवाल करने लगे। नारेबाजी, पथराव और आगजनी की। पुलिस ने भी सतर्कता दिखाते हुए असलहों, रबर की गोलियों, ग्रेनेड, टीयर गैस का प्रयोग दंगाइयों को काबू किया। एसपी अजय शंकर राय ने बताया कि पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। जिले में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थित उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी।
शहर में निकाला फ्लैग मार्च
गुरुवार को डीएम पीके उपाध्याय और एसपी अजय शंकर राय के नेतृत्व में शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया। करीब तीन दर्जनों वाहनों का काफिला सड़कों से गुजरा। फ्लैग मार्च को सड़को के अलावा उन गलियों में भी ले जाया गया, जहां से वाहनों का गुजर पाना संभव था।