हम ऊपर खर्चा दे आए हैं, वापस नहीं होगा
महिला लेखपाल ने स्वीकारी 75 सौ रुपये की रिश्वत वीडियो वायरल -पटटे की भूमि को संक्रमणीय दर्ज करने का मामला जांच शुरू।
अजीतगंज, संवादसूत्र। पटटे की भूमि का स्वरूप बदलने के लिए लेखपाल ने साढ़े सात हजार रुपये हजम कर लिए। किसान ने जब फ्री में काम होने की बात कही तो महिला लेखपाल बिगड़ गई। कहा, कि हम तो खर्चा ऊपर तक दे आए हैं, अब वो खर्चा वापस नहीं करेंगे। किसान और लेखपाल के बीच हुई बातचीत का ऑडियो सोमवार को वायरल हो गया। एसडीएम ने इसकी जांच शुरू करा दी है। ये है ऑडियो
किसान: मैडम, दूसरे से बात हो गई है, वो कह रहे हैं कि इतना खर्चा नहीं होता।
लेखपाल: किनसे बात हो गई है? हम आरके (रजिस्ट्रार कानूनगो) को खर्चा दे चुके हैं रिपोर्ट लगाने के लिए। उन्होंने रिपोर्ट लगा दी होगी तो वो खर्चा वापस नहीं करेंगे, ध्यान रखना। 57 साल की रिपोर्ट लगानी पड़ती है। हमने लिख दिया कि कब्जा नहीं हो सकता तो अटक जाएगा। हमारी रिपोर्ट के बाद ही कागज ऊपर जाता है।
किसान: वो कहता है कि ये काम फ्री में होता है
लेखपाल: कौन..(अभद्र शब्द) कह रहा है। एलाऊ क्षेत्र में जितने भी लड़कों ने काम कराए हैं, सबसे खर्चा लिया है। हम एक पैसा भी फालतू नहीं लेते। फ्री में तुम्हें काम कराना है तो और कोई करा लेना। मेरे पास दूसरे क्षेत्र के काम रखे हैं, वो फ्री में करा देना।
किसान: कितने पैसे की बात हुई थी?
लेखपाल: हमने साढ़े सात हजार की बात कही थी। आर के को खर्चा दे आए हैं। जो फ्री की बात कर रहा है, उसे हमारे पास तहसील में लेकर आना। और ये चीज तो हमें खर्चा देने से पहले सोच लेते। जितना खर्चा लगता है, उतना ही लिया है। नरेश भैया के सामने बात हुई थी: ऑडियो में लेखपाल बार-बार नरेश भैया का नाम ले रही हैं। कहती हैं कि उनके सामने ही बात हुई थी, उन्हें लेकर आना, तब ही बात करेंगे। ये है मामला
किसान को अपने पटटे की जमीन को संक्रमणीय दर्ज करानी है। ऐसा होने पर वो पटटे की जमीन बेच सकेगा। इसके लिए लेखपाल, कानूनगो, रजिस्ट्रार कानूनगो की रिपोर्ट के बाद एसडीएम द्वारा आदेश पारित किया जाता है। अमूमन एसडीएम कार्यालय से आदेश जारी हो ही जाता है। ये प्रीती यादव की आवाज
एसडीएम पीसी आर्य ने बताया कि ऑडियो में तहसील भोगांव की लेखपाल प्रीती यादव की आवाज का आभास हो रहा है। प्रीती मौजा हथपऊ पर तैनात हैं। बकौल एसडीएम, मामले में विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है। हालांकि ग्रामीण दावा कर रहे हैं कि ऑडियो में लेखपाल प्रीती यादव की ही आवाज है।