गुरुसहायगंज से एटा बाया मैनपुरी बिछेगी नई रेलवे लाइन
नई रेलवे लाइन बिछाए जाने को प्रस्ताव तीन जिलों में बेहतर होगी रेल कनेक्टविटी पूर्वोत्तर रेलवे करा रहा सर्वे।
हिमांशु यादव, भोगांव: जिले में रेल कनेक्टविटी को बेहतर करने के लिए एक नई रेलवे लाइन का सर्वे रेलवे द्वारा शुरू कराया गया है। कन्नौज जिले के गुरुसहायगंज से एटा जिले तक नई रेलवे लाइन को लेकर सर्वे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नई रेलवे लाइन जिले में जीटी रोड किनारे से होकर बिछाई जा सकती है। सर्वे की रिपोर्ट मिलते ही रेलवे नई लाइन को लेकर अग्रिम निर्णय लेगा।
रेल नेटवर्क के मामले में मैनपुरी और एटा जिला फिलहाल पिछड़ा हुआ है। फर्रुखाबाद-शिकोहाबाद रेल खंड के अतिरिक्त बीते सालों में मैनपुरी-इटावा रेल लाइन अस्तित्व में आई है। अब रेलवे द्वारा जिले में रेल कनेक्टविटी देने के लिए नई रेलवे लाइन का प्रस्ताव तैयार किया गया है। कन्नौज जिले के गुरुसहायगंज रेलवे स्टेशन से एटा मुख्यालय को जोड़ने के लिए नई रेलवे लाइन का सर्वे शुरू कराया गया है। यह सर्वे पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर की निजी एजेंसी कर रही है। सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद रेलवे प्रशासन अपने विभिन्न विभागों से स्थलीय निरीक्षण कराएगा। पूर्वोत्तर रेलवे की टीम भी सर्वे रिपोर्ट मिलते ही एटा, मैनपुरी व कन्नौज जिलों में सर्वे के लिए आएगी। नई रेलवे लाइन अगर अस्तित्व में आती है तो जिले की जनता को समीपवर्ती एटा व कन्नौज जिले में आवागमन के लिए खासी सहूलियत मिलेगी। विभिन्न विभाग करेंगे होमवर्क
निजी एजेंसी के सर्वे के बाद पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मंडल के अधिकारी विभिन्न विभागों से होमवर्क कराएंगे। रेल विद्युतीकरण, इंजीनियरिग, सिग्नल, परिचालन विभागों की टीमें इस नई रेलवे लाइन को लेकर आवश्यक होमवर्क करेंगी। निजी एजेंसी ने रेलवे लाइन निकालने की जगह, स्टेशनों के स्थान आदि को लेकर अभिलेखीय कार्रवाई पूरी कर ली है। तीन स्टेशन बनेंगे जंक्शन
प्रस्तावित नई रेलवे लाइन के सर्वे में तीन स्टेशनों को जंक्शन का दर्जा दिए जाने पर मंथन हुआ है। गुरुसहायगंज, भोगांव व एटा स्टेशन को इस लाइन के बिछने के बाद जंक्शन का दर्जा मिल जाएगा। प्रस्तावित नई रेलवे लाइन के सर्वे के लिए निजी एजेंसी को जिम्मा दिया गया है। नई रेलवे लाइन को बिछाने के लिए फिलहाल प्रारंभिक सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद आलाधिकारियों से जानकारी साझा होगी। रेलवे बोर्ड का ग्रीन सिग्नल मिलने पर कार्रवाई आगे बढ़ेगी।
रमेश कुमार सिंह, टीआई पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर