नहीं थम रहे आसूं, गम में डूबा परिवार
अभिषेक की मौत के बाद उसका परिवार गम में डूबा हुआ है। परिजनों के आंसू रुक नहीं रहे हैं। मां उसका फोटो सीने से लगाकर दहाड़ें मारती है तो दादी की रुलाई नहीं रुक रही।
मैनपुरी : इकलौते बेटे की हत्या के बाद परिजनों के आंसू थम नहीं रहे हैं। उनकी हर सांस गम में डूबी है। बेटे का फोटो सीने से लगाकर मां दहाड़े मार रही है। दादी की रुलाई भी नहीं थम रही। उनको सांत्वना देने वाले भी रो पड़ते हैं। पिता का भी बुरा हाल है।
बेवर में छात्र अभिषेक पुत्र सर्वेश की मंगलवार रात मकान मालिक के बेटे ने अपहरण कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस ने सर्वेश को बताया कि अभिषेक के अपहरण में मकान मालिक के बेटे शिवप्रताप का हाथ है तो वे मानने को तैयार नहीं हुए। जिस पर उन्हें अपने बेटे की सुरक्षा करने का यकीन था, उसी ने जान ले ली इस बात पर यकीन नहीं हो रहा था। उन्होंने पुलिस से जांच में सुधार करने के लिए कहा, लेकिन जब शिवप्रताप ने शव बरामद कराया तो पैरों तले जमीन खिसक गई।
परिजनों को शिवप्रताप पर शक न होने की वजह भी थी, वह अभिषेक को छोटे भाई की तरह प्यार करता था। दोनों के बीच के प्यार को देखकर सर्वेश को खुशी होती थी। वह कहते थे कि हमारे इकलौते बेटे को बड़ा भाई मिल गया है। अभिषेक गायब हुआ तो शिवप्रताप उसकी खोजबीन करता रहा। सर्वेश का कहना है कि इकलौते बेटे की हत्या के बाद उन्हें जीने की चाह नहीं, परंतु हत्यारे को सजा दिलाने के लिए वह जिएंगे।
विद्यालय ने माफ कर दी थी फीस :
सर्वेश अपने बेटे की फीस जमा न कर पाए थे। उन्होंने बेटे को सस्ते स्कूल में पढ़ाने का निर्णय लिया। विद्यालय प्रबंधन होनहार छात्र को अपने विद्यायल से जाने नहीं देना चाहता था। इसलिए न सिर्फ अभिषेक की फीस माफ कर दी, बल्कि सर्वेश से अनुरोध किया कि वह बेटे को उन्हीं के विद्यालय में पढ़ाएं।