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रोडवेज बस में 33 यात्री बेटिकट, चालक-परिचालक होंगे बर्खास्त

गाजियाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) ने सोमवार को बेवर क्षेत्र में चेकिंग के दा

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Jun 2021 05:46 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jun 2021 05:46 AM (IST)
रोडवेज बस में 33 यात्री बेटिकट, चालक-परिचालक होंगे बर्खास्त
रोडवेज बस में 33 यात्री बेटिकट, चालक-परिचालक होंगे बर्खास्त

जासं, मैनपुरी: गाजियाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) ने सोमवार को बेवर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान इटावा डिपो की बस में बेटिकट यात्रियों का खेल पकड़ लिया। 33 यात्रियों से रुपये लेकर जेब में रख लिए मगर, इन्हें टिकट नहीं दी। आरएम ने चालक और परिचालक की बर्खास्तगी की संस्तुति की है।

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बस इटावा डिपो की थी। बस में 41 वयस्क यात्री और एक बच्चा सवार था। इनमें से 33 यात्री बेटिकट मिले। सचल दल ने परिचालक रामनरेश को थाने ले जाने का प्रयास किया, तभी उसके कुछ साथी आ गए। इन लोगों ने सचल टीम पर हमला करने का प्रयास किया। जिसके बाद टीम वहां से चली गई।

आरएम गाजियाबाद एके सिंह ने बताया कि बस में साढ़े 41 सवारियों की बस में 33 यात्री बेटिकट होना चौंकाने वाला है। यात्रियों ने बताया कि उन्होंने टिकट के रुपये परिचालक को दे दिए थे। मगर, उन्हें टिकट नहीं दी गई। इस मामले में चालक-परिचालक की बर्खास्तगी के साथ अन्य विभागीय कार्रवाई की संस्तुति के साथ रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी गई है। आरएम इटावा दीपक चौधरी ने बताया कि यह प्रकरण गंभीर है। जो भी इस मामले में दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।

बेवर डिपो: बाइपास करते हैं बसें

नियम है कि किसी भी डिपो की बस जब दूसरे डिपो से होकर गुजरती है तो चालक को बस को डिपो पर ले जाना अनिवार्य है। यहां ईटीएम मशीन की जांच करा आनलाइन फीडिग की जाती है। लेकिन बेवर डिपो से संचालित होने वाली बसों को चालक-परिचालक बाइपास होकर गुजार ले जाते हैं। परिचालकों द्वारा ईटीएम मशीनों की जांच भी नहीं कराई जाती। चेंिकंग को लेकर मंगलवार को बेवर डिपो पर सन्नाटा छाया रहा। एआरएम बेवर डिपो अपराजित श्रीवास्तव ने पहले फोन रिसीव कर बताया कि वे आज भी इटावा मीटिग में ही हैं। सोमवार को हुई चेकिंग को लेकर जानकारी मांगी तो उन्होंने मोबाइल फोन स्विच आफ कर लिया। कागजों में ही तैनात है टीआइ

बेवर डिपो में सूरज सहाय नामक टीआइ की तैनाती है, लेकिन आज तक टीआइ द्वारा रोडवेज बसों की जांच की कार्रवाई नहीं कराई गई। सिर्फ कागजों में ही उनकी तैनाती को दर्शाया गया है। बेवर से फर्रुखाबाद रूट पर होता है खेल

ज्यादातर चालक और परिचालक स्थानीय ही हैं। ऐसे में ये अपने रसूख के दम पर अधिकारियों से अच्छी पैठ बनाते हैं। इसी सेटिग की वजह से बेवर, छिबरामऊ, फतेहगढ़, फर्रुखाबाद रूट पर इनकी मनमानी चलती है। रोजाना सवारियों को स्टाफ बताकर उन्हें बेटिकट दर्शाया जाता है और उनसे टिकट का पैसा जेब में रख लेते हैं। इससे पहले भी कई बार गैर जिलों की सचल दल टीम ने बेवर डिपो से संचालित बसों में धांधली को पकड़ा है।


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