Move to Jagran APP

14 साल के राजू को परिवार की तलाश

तीन साल पहले मथुरा रेलवे स्टेशन पर परिवार से बिछड़ गया था राजू। परिवार के साथ मैनपुरी में रहता था किराए पर। किराया न अदा कर पाने पर मकान मालिक ने परिवार को निकाल दिया था घर से।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 10:50 PM (IST)Updated: Wed, 26 Dec 2018 10:50 PM (IST)
14 साल के राजू को परिवार की तलाश
14 साल के राजू को परिवार की तलाश

मैनपुरी : तीन साल पहले परिवार से बिछड़ा 14 साल का राजू अब माता-पिता और भाई-बहन से मिलने के लिए बेचैन है। बाल गृह के अधिकारियों एवं बाल कल्याण समिति ने मैनपुरी में राजू के परिवार की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। राजू को माता-पिता का नाम तो मालूम है, लेकिन मूल निवास स्थान के बारे में कोई जानकारी नहीं है। परिवार का पता नहीं मिलने पर राजू मायूस हो गया।

loksabha election banner

राजू ने बताया कि चार साल पहले वह अपने पिता रामपाल, मां नीलम व तीन भाई-बहनों के साथ मैनपुरी रेलवे स्टेशन के पास एक किराए के घर में रहना था। माता-पिता मजदूरी करते थे। छह महीने तक मकान का किराया नहीं दे सके तो मकान मालिक ने घर से निकाल दिया। पिता परिवार को लेकर मजदूरी की तलाश में निकल पड़े। मथुरा पहुंचकर परिवार रेलवे स्टेशन पर रुक गया। पिता खाना लेने चले गए। तभी एक ट्रेन आई, उत्सुकतावश राजू ट्रेन में चढ़ गया, तभी ट्रेन चल पड़ी। उसने उतरने की कोशिश की, लेकिन ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली। ट्रेन पलवल स्टेशन पर रुकी तो वह उतर गया।

स्टेशन पर रोते हुए बालक को देखकर जीआरपी ने उसे बाल कल्याण समिति के पास भेज दिया। वहां से उसे पलवल के बाल गृह भेज दिया गया। राजू से मिली जानकारी के आधार पर बाल कल्याण समिति उसके परिवार को तलाशती रही, लेकिन कोई पता नहीं चला। राजू परिवार से मिलने के लिए बेचैन है। उसने खुद मैनपुरी चलकर अपना किराए का घर खोजने की बात कही तो बाल कल्याण समिति के अधिकारी उसे लेकर आए। मैनपुरी कल्याण समिति के साथ राजू के परिवार की तलाश शुरू की। राजू ने अपना किराए का मकान तो ढूंढ लिया, लेकिन मकान मालिक परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाया। उल्टा अपने किराए का तकादा करने लगा। परिवार न मिलने से राजू मायूस है। टीम के अधिकारी उसे वापस लेकर चले गए।

- पटियाली में हो सकता है परिवार

बाल कल्याण समिति की सदस्य आराधना गुप्ता ने बताया कि तहकीकात में जानकारी मिली है कि राजू का परिवार अब पटियाली में कहीं रह रहा है। समिति ने जानकारी भी जुटाई, लेकिन सही पता नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि एटा की बाल कल्याण समिति व पटियाली पुलिस से संपर्क कर राजू के परिवार को खोजने की कोशिश की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.