सिग्नल ठीक नहीं, बिना निरीक्षण निकल गए सीआरएस
संवाद सहयोगी, कुलपहाड़ (महोबा) : रेल विद्युतीकरण के भौतिक सत्यापन के शुरूआती चरण में ह
संवाद सहयोगी, कुलपहाड़ (महोबा) : रेल विद्युतीकरण के भौतिक सत्यापन के शुरूआती चरण में ही रेलवे का सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग फेल साबित हुआ है। सिग्नल ठीक न होने के कारण रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) कुलपहाड़ व बेलाताल स्टेशनों का निरीक्षण किए बगैर ही निकल गए। अब सीआरएस की हरी झंडी मिलने से पहले ही इन व्यवस्थाओं को दूर करने की तैयारी की जा रही है।
संभावनाएं जताई जा रही थीं कि सीआरएस लखनऊ के बहुप्रतीक्षित निरीक्षण के बाद झांसी बांदा रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सीआरएस अरविन्द जैन विशेष ट्रेन से अधिकारियों व तकनीकीविदों के लाव लश्कर के साथ हरपालपुर रेलवे स्टेशन निकले। बताया जाता है कि निरीक्षण में बेलाताल व कुलपहाड़ रेलवे स्टेशनों के बीच सिग्नल की गुणवत्ता ठीक न मिलने पर सीआरएस यहां रुके बगैर ही निकल गए। इस दौरान दोनों ही स्टेशन पर अधीनस्थ अधिकारी व कर्मचारी सारे तथ्य व आंकड़े लेकर स्टेशन पर डटे रहे। वहीं सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग के कर्मचारी ऐन वक्त तक काम को दुरुस्त करने में जुटे रहे।
चरखारी में टिकट खिड़की की मांग
चरखारी वासियों ने कस्बे में साधारण टिकट खिड़की खोलने की मांग करते हुए कहा कि कानपुर, झांसी, इलाहाबाद के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, न्यायिक कार्य के लिए प्रतिदिन सैकड़ों लोग आते जाते हैं। जिन्हें टिकट के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। कस्बा से महोबा स्टेशन 14 किमी तथा चरखारी रोड स्टेशन सूपा की दूरी 10 किमी हैं। उनकी सुविधा के लिए कस्बे में साधारण टिकट खिड़की की अनुमति दी जाए।