सप्त सरोवरों से अब पांच मीटर दूर बनेंगे सार्वजनिक शौचालय
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा) : कस्बे की पहचान ऐतिहासिक सप्त सरोवरों के तट पर बन रहे न
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा) :
कस्बे की पहचान ऐतिहासिक सप्त सरोवरों के तट पर बन रहे नगर पालिका परिषद के प्रस्तावित शौचालयों का निमार्ण कार्य रोक दिया गया है। इन शौचालयों के चलते तालाबों के प्रदूषित होने की चिंता के मुद्दे को उभारती जागरण की खबर पर परिषद ने अब योजना में फेरबदल किया है। तय किया गया है कि अब निर्माण तालाब तट से पांच मीटर की दूरी पर किया जाएगा।
जिस चरखारी कस्बे की पहचान बुंदेलखंड के कश्मीर के रूप में है, वहां सप्त सरोवर यहां के सौंदर्य को चार चांद लगाते हैं, मगर इन पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। दैनिक जागरण ने चार अगस्त के अंक में जब मुद्दे को प्रमुखता से उठाया तो नगर पालिका अध्यक्ष मूलचंद्र अनुरागी और पूर्व सांसद ने इन सरोवरों की गरिमा समझते हुए इस पर गंभीरता दिखाई। पालिका अध्यक्ष की पहल पर यह तय किया गया कि गोवर्धननाथ मेला परिसर मलखान सागर तट पर बनने वाले कांप्लेक्स सहित अन्य सरोवोरों के पास के निर्माण को दो से पांच मीटर दूर हटाते हुए बनाया जाए। अब ऐसे डिजाइन से सोखपिट बनाया जाएगा कि मल का टैंक अलग व अन्य प्रवाहित होने वाले गंदे पानी का टैंक अलग होगा जिससे वहां से निकलने वाला पानी किसी भी हालत में सरोवरों तक न पहुंचे।
नगर पालिकाध्यक्ष मूलचंद्र अनुरागी का कहना है कि बोर्ड बैठक में सार्वजनिक शौचालय प्रस्तावित हुए थे, पर नियत स्थान चिह्नित नहीं था। मेरे बाहर रहने पर काम शुरू हुआ है। शौचालयों का पानी किसी भी कीमत पर सरोवरों में नहीं गिरने दिया जाएगा।
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