जांच टीम को नहीं मिले कामों के टेंडर व कोटेशन
संवाद सहयोगी, चरखारी( महोबा): ग्राम पंचायत द्वारा की जा रही वित्तीय अनियमितताओं, अभिलेखों में ह
संवाद सहयोगी, चरखारी( महोबा): ग्राम पंचायत द्वारा की जा रही वित्तीय अनियमितताओं, अभिलेखों में हेराफेरी, बिना टेंडर व कोटेशन प्रक्रिया अपनाए मानक विहीन विकास कार्यो की शिकायत पर टीम ने जांच शुरू की। टीम को स्थलीय निरीक्षण में ग्राम पंचायत की ओर से किसी भी कार्य भुगतान के पूर्व अपनाई जाने वाली टेंडर व कोटेशन के अभिलेख नहीं मिले। जांच टीम ने दो दिन का समय देते हुए अभिलेखों की मांग की। टीम की जांच से कर्मचारियों में हड़कंप मचा है।
विकास खंड के ग्राम पुपवारा निवासी संतोष कुमार ¨सह ने ग्राम पंचायत के कराए गए कार्यो में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी सहदेव से शिकायत की थी। आरोप है बीस हजार रुपये से अधिक की खरीद में कोटेशन नहीं लिया गया। एक लाख से अधिक के काम के टेंडर नहीं निकाले गए। डीएम ने जिला विकास अधिकारी दिग्विजय नाथ पांडेय व आरईएस के सहायक अभियंता अनुराग वर्मा, अवर अभियंता भैयालाल तकनीकी जानकारों की टीम गठित कर जांच के आदेश दिए। टीम ने गांव पहुंच कर 11 सीसी सड़कों का बारीकी से निरीक्षण किया। सड़क तोड़ कर उसमें डाली गई गुणवत्ता देखी गई। अवर अभियंता भैयालाल ने बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी मौके पर नहीं आए और ग्राम प्रधान काम के अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर सके। अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है। उसके बाद जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी।
शिकायतकर्ता संतोष ¨सह ने बताया कि जांच के दौरान हैंडपंप मरम्मत के लिए उपकरणों की 52 हजार रुपये की एक ही तारीख में एक ही फर्म से खरीद की गई है जिसका कोटेशन नहीं लिया गया। भुगतान भी एक बार में एक ही चेक से किया गया। लगभग एक दर्जन निर्माण कार्यों में एक लाख से अधिक की सामग्री के लिए बिना टेंडर सीधी खरीद कर सरकारी धन का बंदर बांट हुआ है। एक हैंडपंप पर अवैध कब्जा है, उसे निजी उपयोग में लिया जाता है और ¨सचाई की जाती है। उसकी रिपेय¨रग के लिए तीन बार धन निकाला गया। टीम के जांच शुरू करने के बाद कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।