निलंबित सिपाही ने नौकरी के नाम पर की ठगी, मुकदमा
जागरण संवाददाता महोबा भ्रष्टाचार मामले में निलंबित चल रहे बांदा के सिपाही अरुण यादव पर प
जागरण संवाददाता, महोबा : भ्रष्टाचार मामले में निलंबित चल रहे बांदा के सिपाही अरुण यादव पर पुलिस की नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये लेने और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। उसके चाचा, भाई सहित चार अन्य को भी आरोपित बनाया गया है।
बांदा एसपी ने 18 सितंबर को सिपाही अरुण यादव को ट्रकों के अवैध परिवहन में संलिप्तता पाए जाने पर निलंबित कर दिया था। अब ग्राम कराहता गढ़वाना जनपद औरैया निवासी विकास यादव ने सदर कोतवाली में दी तहरीर में आरोप लगाया कि अरुण के एक रिश्तेदार के जरिए अरुण से कुछ साल पहले पहचान हुई थी। अरुण ने कुछ माह पहले उसे पुलिस विभाग में फॉलोवर की नौकरी दिलाने झांसा देकर पांच लाख रुपये लिए थे। नौकरी न लगने पर उसने अपने पैसे वापस मांगे तो उसने धमकाया। कोतवाली पुलिस ने विकास की तहरीर पर आरोपित सिपाही अरुण, उसके चाचा रघुराज सिंह, छोटे भाई नीरज यादव, पिता ध्यान सिंह व छोटे चाचा के विरुद्ध धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। उधर सदर कोतवाली के एसएचओ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि निलंबित सिपाही पर मुकदमा दर्ज किया गया है, मामले की जांच की जाएगी।
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बांदा में तैनात रहे निलंबित सिपाही अरुण यादव पर महोबा सदर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। उस पर एक व्यक्ति से पुलिस में फालोवर पद पर भर्ती कराने के नाम पर पांच लाख रुपये लेने का आरोप है।
अरुण कुमार श्रीवास्तव, एसपी महोबा