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ओलावृष्टि से बर्बाद फसल के लिए मुआवजा माग रहे किसानों पर फायरिंग

ओलावृष्टि से बर्बाद फसल के मुआवजे के लिए किसानों ने महोबा में जाम लगाकर हंगामा किया तो पुलिस ने उन्हों हटाने के लिए फायरिंग की।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 13 Feb 2018 06:32 PM (IST)Updated: Tue, 13 Feb 2018 06:32 PM (IST)
ओलावृष्टि से बर्बाद फसल के लिए मुआवजा माग रहे किसानों पर फायरिंग
ओलावृष्टि से बर्बाद फसल के लिए मुआवजा माग रहे किसानों पर फायरिंग

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v>महोबा (जेएनएन)। ओलावृष्टि से बर्बाद फसल के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने महोबा के कुलपहाड़ में के गोदी चौराहे के पास जाम लगाकर करीब तीन घंटे तक हंगामा किया। समझाने पहुंचे डीएम-एसपी पर पथराव कर दिया गया। पथराव के दौरान कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इस पर पुलिस ने करीब बीस राउंड हवाई फायरिंग की। छह लोगों को हिरासत में लिया गया। उल्लेखनीय है कि महोबा में सोमवार शाम ओलावृष्टि से पकी फसल बर्बाद देख किसान की सदमे से मौत हो गई थी। बुंदेलखंड में फसल तबाही से मौतों का सिलसिला शनिवार रात से ही शुरू हो गया था।
झांसी-मिर्जापुर हाईवे जाम करने वालों पर फायरिंग
मंगलवार दोपहर मोहबा के किसानो ने झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोदी चौराहे व लाडपुर सुगिरा में जाम लगा दिया। जाम लगाए आक्रोशित किसानों का कहना था कि फसल नुकसान का जायजा लेने को लेखपाल देर से पहुंचे। इस बीच लाडपुर में जाम लगाए मोहरी, लाडपुर, कमालपुरा, अतरपठा के किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी सहदेव व एसपी एन. कोलांची ने जाम खुलवाने की कोशिश की। इस पर भड़के किसानों ने पथराव कर दिया। इस पर पुलिस ने भी बचाव में हवाई फायरिंग कर दी। बाद में पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया। अधिकारियों ने बमुश्किल किसानों को आश्वासन देकर शांत कराया तब तीन घंटे बाद जाम खुल सका। फिलहाल घटना का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
किसान गश खाकर गिरा फिर नहीं उठा
महोबा के श्रीनगर कस्बे का भैरोगंज निवासी  किसान हजारीलाल (55) के पास सात बीघा जमीन है। इस बार उसने अपने खेत में गेहूं की बोआई कराई थी। जैसे-तैसे सींचकर फसल बढ़ी लेकिन बीती शाम तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि से उसकी फसल तबाह हो गई। खेत पर काम कर रहे हजारीलाल की आंखों के सामने उसकी फसल चौपट हुई तो वह परेशान हो गया और सदमा लगने से वहीं गिर पड़ा। मौजूद अन्य किसानों ने इसकी सूचना परिजनों को दी। परिजन किसान को जिला अस्पताल लाए। यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि उन पर साहूकारों का 90 हजार व इलाहाबाद बैंक का करीब डेढ़ लाख रुपये का कर्ज था। फसल बर्बाद होने और कर्ज चुकाने की ;चिंता में वह परेशान थे। पुलिस ने शव उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने बताया कि इस वर्ष बेटी रेखा की शादी करनी थी। इसकी तैयारी भी चल रही थी। इधर फसल बर्बाद हुई तो वह और परेशान हो गए थे।
 

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