मोहन के 'लाल' मिला रहे उम्मीदों से ताल
जागरण संवाददाता, महोबा: परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही लोगों के जेहन में उदासीनता का भाव उ
जागरण संवाददाता, महोबा: परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही लोगों के जेहन में उदासीनता का भाव उभर आता है। लेकिन, प्राथमिक विद्यालय रगोलिया खुर्द के शिक्षक अपनी लगन व मेहनत से बच्चों को तराश रहे हैं। उनके प्रयासों से नर्सरी से लगभग आधा दर्जन से अधिक बच्चे नवोदय व विद्याज्ञान स्कूलों में दाखिला पाकर भविष्य संवार रहे हैं।
झांसी के सदर बाजार निवासी शिक्षक मोहनलाल स्वयं डाक्टर तो नहीं बन सके। किंतु समाज को गढ़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी हासिल की। वर्ष 2013 में रगोलिया खुर्द में हेड मास्टर के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। उन्होंने महसूस किया कि बच्चे पढ़ाई से ज्यादा खेल में मस्त रहते हैं। इस बावत उन्होंने उनके अभिभावकों से बात की। छुट्टी के बाद दो घंटे निश्शुल्क शिक्षा देने का क्रम बना लिया। रविवार के अलावा अवकाश के दिनों में भी वे बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यालय पहुंचते रहे। पढ़ाई को मनोरंजक बनाया, लक्ष्य आधारित बनाया। प्रतियोगी परीक्षा के पाठ्यक्रम और पूछे जाने वाले सवालों के लिए अपने खर्च पर पुस्तकें खरीदीं और बच्चों को तैयारी कराई। परिणाम आने पर उत्साह बढ़ा। मौजूदा शिक्षण सत्र में उनके पढ़ाए तीन बच्चों का प्राथमिक विद्यालय से नवोदय में चयन हुआ। रगोलिया खुर्द आने के बाद से अब तक लगभग आधा दर्जन से अधिक बच्चों को वे विद्याज्ञान परीक्षा, नवोदय विद्यालय में दाखिला दिला चुके हैं।
------------
मौजूदा सत्र में इन बच्चों का हुआ चयन
विद्यालय से मुकेश पुत्र मुन्ना लाल, देवेन्द्र पुत्र प्रताप व गोमती पुत्री खलक ¨सह कुशवाहा का इस वर्ष नवोदय विद्यालय में चयन हुआ। इससे विद्यालय के बच्चे व ग्रामीण काफी खुश हैं।