अष्टमी पर मंदिरों में गूंजा जय माता दी, लिया आशीष
जागरण संवाददाता महोबा नवरात्र के आठवें दिन इस बार महाष्टमी और नवमी दोनों ही तिथियों क
जागरण संवाददाता, महोबा : नवरात्र के आठवें दिन इस बार महाष्टमी और नवमी दोनों ही तिथियों का समावेश रहने से माता के दोनों स्वरूपों की आराधना की गई। नवरात्र पर आज के दिन अधिकांश घरों में हवन आदि का कार्यक्रम हुआ। कोरोना संक्रमण देखते हुए इस बार नियमों का पालन करते हुए कन्या पूजन किया जा रहा है। कन्याओं को मिष्ठान आदि का भोग लगा कर उन्हें उपहार भी दिए गए।
नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती है। यह मां दुर्गा का आठवां स्वरूप हैं। इन्हें महाष्टमी या दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप खत्म हो जाते हैं। मां पार्वती ने अपने रंग के लिए कई वर्षों तक कठोर तपस्या की थी जिसके बाद उन्हें गौर वर्ण मिला था। इसी के चलते वह महागौरी कहलाईं। महागौरी की पूजा महाष्टमी के दिन करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। महाष्टमी के दिन लोगों ने अपने घर में कन्या पूजन किया। उन्हें भोग में मेवा, खीर, आदि मिष्ठान प्रदान करने के साथ उपहार दिए।
शारदीय नवरात्र पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना हो रही है। 24 अक्टूबर को हर घरों में अष्टमी की पूजा और व्रत रखा गया। हालांकि नवमी और विजयदशमी को लेकर तारीख या तिथि को लेकर संशय बना रहा।