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Indra Kant Murder Case, Mahoba: क्रशर कारोबारी की मौत के मामले में एक और दारोगा पर भ्रष्ट्राचार का मुकदमा दर्ज

2020 में महोबा के खन्ना में थाना प्रभारी के पद पर तैनात रहे निरीक्षक राकेश कुमार सरोज के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। वर्तमान में वह निरीक्षक मीडिया सेल कार्यालय पुलिस अधीक्षक एटा में तैनात है।

By ajay dixitEdited By: Shivam YadavPublished: Sat, 17 Sep 2022 05:56 PM (IST)Updated: Sun, 18 Sep 2022 05:42 AM (IST)
Indra Kant Murder Case, Mahoba: क्रशर कारोबारी की मौत के मामले में एक और दारोगा पर भ्रष्ट्राचार का मुकदमा दर्ज
भ्रष्टाचार मामले में जांच हो रही है।

महोबा, जागरण संवाददाता। कबरई के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में एक और दारोगा पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ इकाई ने महोबा सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। इससे पहले आरोपित बर्खास्त सिपाही अरुण यादव, सूरज यादव व सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक सुरेंद्र नारायण, उपनिरीक्षक विजय कुमार द्विवेदी, उपनिरीक्षक सतीश चंद्र के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। इस मामले में आरोपित तत्कालीन आइपीएस मणिलाल पाटीदार अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है। 

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शनिवार को सदर कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ इकाई के निरीक्षक अंबरीश यादव ने तहरीर देते हुए बताया कि कबरई के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत व भ्रष्टाचार मामले में एसआइटी की ओर से उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट के आधार पर कुछ आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में जांच हो रही है। 

उसी आधार पर 2020 में महोबा के खन्ना में थाना प्रभारी के पद पर तैनात रहे निरीक्षक राकेश कुमार सरोज के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। वर्तमान में वह निरीक्षक मीडिया सेल कार्यालय पुलिस अधीक्षक एटा में तैनात है। 

प्रतापगढ़ का रहने वाला है दारोगा

आरोपित ग्राम तिवारीपुर थाना रानीगंज जनपद प्रतापगढ़ का रहने वाला है। उसका हाल निवासी मोहल्ला सैनिक नगर शारदा इन्कलेव ब्लाक सी शारदा वार्ड सालेह नगर रायबरेली रोड लखनऊ है। जांच में आरोपित के पास आय से अधिक संपत्ति मिली है। मामले में पहले भ्रष्टाचार निवारण संगठन अपराध अनुसंधान विभाग झांसी द्वारा जांच हो रही थी। 

आय के सापेक्ष 78 लाख रुपये किए खर्च

बाद में एसआइटी की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ के अपर पुलिस महानिदेशक ने दारोगा की आय की जांच कराई। इसमें पाया गया कि उसने 2019 से सितंबर 2020 के बीच वैध स्रोतों से 50 लाख 46 हजार 095 रुपये की आय अर्जित की, जबकि एक करोड़, 28 लाख 59 हजार 789 रुपये खर्च किए। आय के सापेक्ष 78 लाख 13 हजार 695 रुपये खर्च अधिक मिला।

साक्ष्य उपलब्ध नहीं करा सका दारोगा 

आय से अधिक खर्च करने के संबंध में निरीक्षक कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं करा सका। प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन के निरीक्षक अंबरीश यादव ने निरीक्षक राकेश कुमार सरोज के खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट दर्ज कराई है। 

कोतवाली प्रभारी बलराम सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उल्लेखनीय है कि लखनऊ के ट्रांसपोर्टर पीपी पांडेय ने जून 2020 में महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ जबरन वसूली की शिकायत की थी। 

यह है मामला

क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने सात सितंबर 2020 को तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर छह लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए इंटरनेट मीडिया में वीडियो वायरल किया था। आठ सितंबर को गले में गोली लगने से वह अपनी कार में घायल मिले थे। 13 सितंबर को कानपुर में मौत हो गई थी। 

मामले की जांच एसआईटी ने की थी। तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, दारोगा देवेंद्र शुक्ला, सिपाही अरुण यादव, व्यापारी सुरेश सोनी और ब्रह्मदत्त आत्महत्या के लिए उकसाने और भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए थे। पांचों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। चार आरोपित जेल में हैं। मुख्य आरोपित मणिलाल पर एक लाख रुपये का इनाम है।


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