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बढ़ता जा रहा अतिक्रमण, सिकुड़ने लगे रास्ते

संवाद सहयोगी (महोबा) चरखारी: बढ़ते अतिक्रमण से आम रास्ता तंग गलियां बनती जा रही हैं। सार्व

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Apr 2018 08:05 PM (IST)Updated: Mon, 16 Apr 2018 08:05 PM (IST)
बढ़ता जा रहा अतिक्रमण, सिकुड़ने लगे रास्ते
बढ़ता जा रहा अतिक्रमण, सिकुड़ने लगे रास्ते

संवाद सहयोगी (महोबा) चरखारी: बढ़ते अतिक्रमण से आम रास्ता तंग गलियां बनती जा रही हैं। सार्वजनिक उपयोग के मैदान विलुप्त होने की कगार पर हैं।

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चरखारी रियासत के शासकों ने कस्बा को राजधानी का रूप देते हुए पक्की नाली,नाला,व मुख्य मार्गों में पक्की सड़कों का निर्माण कराया था। वहीं शहरीकरण का रूप देते हुए बस्ती के अन्दर हर पचास मीटर में जनता के उपयोग के लिए सार्वजनिक उपयोग के लिए चौक,चौगान,चौपाल,खेलकूद,साप्तहिक बाजार बने थे। रियासत सामाप्ति के बाद पालिका परिषद के अधीन आए यह मैदान विलुप्त होते हुए अतिक्रमण में समा गए। कस्बा चरखारी में डेढ़ दशक से आम रास्ता में,आरआरसी,कंकरीट,इंटरला¨कग,गली निर्माण के बाद बची नगर पालिका परिषद की पटरी,मैदान, खाली भूमि में कस्बावासियों ने कब्जा कर दस से बारह मीटर चौड़ी गलियों को तंग बना दिया है। अमरगंज हाथीखाना, छोटारमना, रायनपुर, ¨चतेपुरा, कजियाना, ज्येंद्रनगर, महावीरनगर, हटवारा, छैलबिहारी, खदिया, वी पार्क के मार्ग चौड़े थे अब तंग गलियां बन गई है। इसी तरह कजियाना वार्ड में सार्वजनिक उपयोग के लिए खाली मैदान पडा था,पक्की सड़क के निर्माण के बाद बचे मैदान व पटरी में चार दिवारी,भवन,का अवैध रूप से निर्माण हो गया। एसडीएम चंद्रशेखर का कहना है कि नगर पालिका परिषद सार्वजनिक भूमि के मैदान, पटरी गलियों में हुए अतिक्रमण को ¨चहित कर अवगत कराए। कार्यवाही होगी।


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