कोरोना से लड़ना है तो जरूर परखें खाद्य सुरक्षा
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस हमें खाद्य प्रदार्थों के प्रति सतर्क और जागरूक रहने का संदेश देता है। हमें अपना स्वास्थ्य
सुबोध मिश्र, महोबा :
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस हमें खाद्य पदार्थो के प्रति सतर्क और जागरूक रहने का संदेश देता है। हमें पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण खाद्य लेना चाहिए। प्रशासनिक आंकड़े बताते हैं कि हम जितने भी खाद्य पदार्थो का प्रयोग कर रहे हैं, उनमें ज्यादातर अधोमानक हैं। दूध और उससे बने पदार्थ भी शुद्ध नहीं मिल रहे हैं। आज जब हम कोरोना से जूझ रहे हैं तो और ज्यादा जागरूक रहने की जरूरत है। महामारियों से लड़ने के लिए शरीर का तंदुरुस्त और मजबूत होना जरूरी है, यह हमने बखूबी जान लिया है। खाद्य सुरक्षा अब और भी ज्यादा जरूरी हो गई है।
भारतीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां आम जनता को सुरक्षित भोजन के महत्व के बारे में जरूरी जानकारी देने का प्रयास कर रही हैं। इसके लिए अलग विभाग का भी गठन कर दिया गया। खाद्य सुरक्षा विभाग के प्रयासों के बाद भी मिलावटखोर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके लिए विभाग न्यायालय में वाद दायर कर उन पर जुर्माना व सजा दिलाने का भी प्रयास करता है। वरिष्ठ खाद्य निरीक्षण अधिकारी मनोज श्रीवास्तव के अनुसार अधिकतर मानक प्रमाण चिह्न (एगमार्क, एफपीओ, आइएसआई, हॉलमार्क) अंकित वाली सामग्री ही खरीदें। सामग्री के गुणों, रंग और शुद्धता आदि की समुचित जानकारी रखें। सत्यापित कंपनियों का सामान लें। सामान का उपयोग करते समय कंपनी का नाम-पता, पैकिग, एक्सपायरी की तिथि, वजन, गुणवत्ता लेबल का अवश्य ध्यान रखें।
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जिले में खाद्य पदार्थो की स्थिति
वर्ष संकलित नमूने पास फेल फेल (फीसद) विचाराधीन
2017 150 59 91 60.67 00
2018 180 87 91 50.56 02
2020 154 80 64 41.56 10
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दूध
2017-18 54 05 49 90.74 00
2018-19 39 13 25 64.10 01
2019-20 29 10 13 34.48 06
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दूध से बने पदार्थ
2017-18 33 14 19 57.57 00
2018-19 39 21 18 46.15 00
2019-20 33 18 08 24.24 07