गर्मी से बढ़े मरीज, जिला अस्पताल के वार्ड फुल
आग उगलते सूरज की तपिश का शिकार हो कर जिला अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। अस्पताल के सभी बेड फुल हैं और मजबूरी में किसी किसी बेड पर दो दो मरीजों को भी लिटा कर उपचार करना पड़ रहा है। वार्ड फुल होने से अब गैलरी में अतिरिक्त बेड डाल कर किसी तरह उपचार
जागरण संवाददाता, महोबा: आग उगलते सूरज की तपिश अब लोगों को बीमार करने लगी है। जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। सभी बेड फुल हैं। जरूरत पड़ने पर एक बेड पर दो मरीज लिटाकर इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा गैलरी में भी बेड डाले गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मरीज डायरिया के हैं।
गर्मी का कहर दिखाई देने लगा है। जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में भी डेढ़ गुना से ज्यादा का इजाफा हुआ है। सामान्य दिनों में जहां औसतन 900 मरीज प्रतिदिन अस्पताल पहुंचते हैं। वहीं गर्मी के चलते यह आंकड़ा 15 सौ से ज्यादा हो गया है। इसके अलावा इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या भी 100 से ज्यादा है। महिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों की स्थिति भी कमोवेश यही है।
-----------
सर्वाधिक मरीज डायरिया के
जिला अस्पताल में पहुंचने वाले रोगियों में तकरीबन 50 फीसद डायरिया से पीड़ित हैं। इसके अलावा हीट स्ट्रोक का शिकार होने वालों की संख्या भी 20 फीसद के आसपास है। वायरल व सामान्य बुखार के मरीज भी बहुतायत में पहुंच रहे हैं।
----------
डाक्टरों की किल्लत
1995 में जिला घोषित होने के बाद महोबा के सामुदायिक स्वास्थ्य को ही जिला अस्पताल बना दिया गया था। न तो यहां नया भवन बना और ही पर्याप्त डॉक्टरों की व्यवस्था की गई। मौजूदा समय में यहां 25 की जगह महज 13 चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं।
---------- गर्मी के चलते मरीजों की संख्या बढ़ी है। सभी का इलाज किया जा रहा है। सिर्फ गंभीर मरीज ही रेफर किए जाते हैं। डायरिया के मरीज ज्यादा आ रहे हैं।
- डा. यतींद्र पुरवार, फिजीशियन, जिला अस्पताल