समिति में लटका ताला, पूरा दिन डेरा डाले रहे किसान
संवाद सहयोगी चरखारी (महोबा) पिछले दस दिनों से किसान खाद को लेकर चरखारी की समितियों के
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा) : पिछले दस दिनों से किसान खाद को लेकर चरखारी की समितियों के सामने डेरा डाल रहे हैं। इसके बाद भी बहुत से किसानों को बिना खाद लिए निराश हो घरों को लौटना पड़ रहा है। सोमवार को तो पूरा दिन समिति में ताला लगा रहा। किसान इस इंतजार में बैठे रहे कि शायद प्रतिदिन की तरह आज भी देर से ताला खुले और खाद मिल जाए। पर खाद न आने पर पूरा दिन इंतजार करते थक चुके किसान देर शाम निराश होकर लौट गए।
तहसील क्षेत्र में नौ न्याय पंचायत हैं। लेकिन नौ समितियों में चरखारी व खरेला कस्बा की ही समिति से इस समय खाद का वितरण किया जा रहा था। सोमवार को खाद का स्टाक खत्म होने से यहां के कर्मचारी समिति में ताला लगाकर चले गए। बाहर किसान इस उम्मीद में डेरा डाले रहे कि शायद देर से ही सही खाद आएगी तो मिल जाएगी। पूरा दिन धूप में भूख प्यास की चिता किए बगैर किसान बैठे रहे। ग्रामीणों में सुहजना निवासी महिपाल, सूपा के ईद्दू, ग्राम भैसाई के राजेंद्र सिंह इमिलिया के पुच्चूलाल, जरौली के रणधीर खाद न मिलने से समिति के बाहर इंतजार में बैठे रहे। यह लोग देर शाम तक आसरा लगाने के बाद वापस लौट गए। किसानों का कहना था कि समिति में जब खाद होती भी है तो मुंह देख कर के वितरित की जाती है। आरोप है कि सचिव चहेतों को मनमुताबिक खाद दे देते हैं। जिन किसानों को जरूरत है उन्हें निराश होना पड़ रहा है। समिति के सचिव लालू प्रसाद ने कहा कि अभी खाद के लिए ड्राफ्ट भेजा गया है। मंगलवार को खाद समिति में आएगी। तभी वितरण होगा।