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माफिया की गिरफ्त में सदानीराएं...

जागरण संवाददाता, महोबा : कुदरत ने जिले को वर्मा, धसान, ककरयाऊ आदि सात नदियों का वरदान दि

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 11:14 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 11:14 PM (IST)
माफिया की गिरफ्त में सदानीराएं...
माफिया की गिरफ्त में सदानीराएं...

जागरण संवाददाता, महोबा : कुदरत ने जिले को वर्मा, धसान, ककरयाऊ आदि सात नदियों का वरदान दिया। लेकिन सूखे के दौर में माफिया की नजर यहां पड़ गई और अवैध खनन शुरू हो गया। प्रशासन व पुलिस अभियान तो चलाती है पर एक दो वाहनों को पकड़कर अपने कार्यों की इतिश्री कर लेती है। जिले के पनवाड़ी, महोबकंठ व श्रीनगर के नदी घाटों में जहां मशीनों से अवैध खनन कराया जा रहा है तो वहीं बुंदेलखंड की सबसे बड़ी पत्थर मंडी कबरई के पहाड़ों में भी माफिया द्वारा अवैध खनन की तस्वीर पेश की जा रही है। हाल यही रहा तो वह दिन दूर नहीं जब सदानीराएं केवल इतिहास बनकर रह जाएंगी। नदी घाटों में मशीनों से हो रहा अवैध खनन : नदी के घाटों में खनिज संपदा को लूटने वाले सौदागरों का सिक्का चल रहा है। प्रशासन इस दिशा में असहाय नजर आ रहा है। एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यून) के सख्त आदेश के बाद भी जेसीबी, पोकलैंड का प्रयोग देखा जा सकता है। पनवाड़ी क्षेत्र में मशीनों से नहर काट कर अवैध पुल बना लिया गया। जिसके चलते ग्रामीणों ने हंगामा काटा था। हालांकि हर बार प्रशासन कार्रवाई का आश्वासन देता है, पर डिगरिया, छतेसर व कैमाहा घाटों में असलियत कुछ और ही नजर आ रही है। माफिया को सफेदपोशों का संरक्षण

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महोबा : जिले के छतेसर, कैमाहा व डिगरिया नदी के घाटों में अवैध खनन चल रहा है। इन माफिया को सफेदपोशों का संरक्षण भी चर्चा में है जिससे खनिज संपदा लूटकर शासन को करोड़ों के राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। इसके साथ ही जहां लोगों का पट्टा है इससे इतर उनके द्वारा बालू का अवैध खनन कराया जा रहा है। इन्हें किसका संरक्षण है, यह तो जांच का विषय है। फिलहाल जिले के नदी घाट माफिया के आगोश में अस्तित्व बचाने को जूझ रहे है। जिन पट्टों की अवधि भी समाप्त हो गई है उसमें भी अवैध खनन कराया जा रहा है। सूचना पर अवैध खनन के खिलाफ अभियान चलाया जाता है। इस रोकने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। हाल ही में कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

- अंजनी कुमार ¨सह, जिला खान अधिकारी


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