अलग राज्य के समर्थन में उतरे पूर्व मंत्री
जागरण संवाददाता, महोबा: पृथक बुंदेलखंड राज्य को लेकर चल रहे आंदोलन में अब पूर्व मंत्री बादश्
जागरण संवाददाता, महोबा: पृथक बुंदेलखंड राज्य को लेकर चल रहे आंदोलन में अब पूर्व मंत्री बादशाह ¨सह खुलकर साथ आए। वे आज आल्हा चौक धरना स्थल पहुंचे और 99 दिनों से अनशन पर बैठे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर व जिला अधिवक्ता समिति के पूर्व अध्यक्ष सुखनंदन यादव के मुलाकात की। पूर्व मंत्री अनशन स्थल पर लगभग तीन घंटे तक साथ बैठे। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की इजाजत से यहां आए हैं। बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए सब कुछ करेंगे।
पूर्व मंत्री बादशाह ¨सह ने कहा कि सन 2012 में तत्कालीन मायावती सरकार ने उत्तर प्रदेश के चार टुकड़े करने का प्रस्ताव कैबिनेट से पास कराकर केन्द्र सरकार को भेजा था। तब उनके कहने पर ही मायावती ने आठ जिलों के बुंदेलखंड का प्रस्ताव बनवाया था और उसमें फतेहपुर को भी शामिल किया था। वह प्रस्ताव ज्यों का त्यों पड़ा है। मोदी सरकार को इस प्रस्ताव पर अपनी स्थिति साफ करना चाहिए। महोबा से मशाल जली है, वह 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी रोशनी से पूरे बुंदेलखंड को उजाला करेगी। बुंदेलखंड के साथ अब और अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। छतरपुर से आए अधिवक्ता जगमाल ¨सह यादव ने कहा कि हमें बादशाह ¨सह के नेतृत्व में दिल्ली कूच करने की तैयारी करना चाहिए। पूर्व पालिकाध्यक्ष बती बाबू, जिला अधिवक्ता समिति के महामंत्री चंद्रशेखर स्वर्णकार, सुखनंदन यादव, केदार ¨सह राठौर, भपका गुरू, सलीमउल्लाह, राम आसरे राही, मामा भारती, अजीज खान, लालजी त्रिपाठी, लक्ष्मी वर्मा समेत तमाम गणमान्य लोगों ने भी अपने संबोधन में पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग मुखर की। कार्यक्रम का संचालन तारा पाटकर ने किया।