स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का घेराव कर मांगी सुविधाएं
स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही लापरवाही और अस्पतालों में व्याप्त अव्यवस्थाएं को लेकर तमाम हिदू संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को घेराव किया। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से अस्पताल गेट पर हुए प्रसव और पनवाड़ी में जच्चा बच्चा की हुई मौत पर कार्यकताओं ने ठोस कार्रवाई की मांग की। सीएमओ ने एक सप्ताह में कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
जागरण संवाददाता, महोबा :
स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही लापरवाही और अस्पतालों में व्याप्त अव्यवस्थाएं को लेकर हिदू संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों का घेराव किया। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से अस्पताल गेट पर हुए प्रसव और पनवाड़ी में जच्चा बच्चा की हुई मौत पर कार्यकताओं ने ठोस कार्रवाई की मांग की। सीएमओ ने एक सप्ताह में कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
दोपहर को जिला अस्पताल में बजरंग दल, विश्व हिदू परिषद, ब्राह्मण महासभा के दर्जनों कार्यकर्ता प्रभारी सीएमएस प्रभारी डॉ. नन्हे लाल के पास पहुंचे। अवधेश शर्मा, मयंक तिवारी, सुनील, मनोज, राकेश सहित तमाम कार्यकर्ताओं ने सीएमएस से मरीजों के साथ लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ओपीडी में डाक्टर समय से नहीं बैठते, इलाज के नाम पर मरीजों से पैसे लिए जाते हैं, अल्ट्रासाउंड सहित तमाम जांचों के लिए मरीजों को पैसा देना पड़ता है, आइसीयू वार्ड के एसी बंद पड़े है, गर्भवतियों को प्रसव संबंधी जानकारी नहीं दी जाती, प्रसव के लिए मोटी रकम ली जाती है आदि तमाम आरोप लगाए। दो दिन पहले जिला अस्पताल के गेट पर हुए प्रसव और पनवाड़ी में जच्चा बच्चा की मौत पर अस्पताल प्रशासन से की गई कार्रवाई पूछी। सीएमएस ने महिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डॉ. एसके वर्मा को बुलाया। उन्होंने माना की लापरवाही हुई है। उन्होंने कहा कि जानकारी मिलने पर नर्स को भेजा था। तब तक प्रसव हो चुका था। इसके बाद महिला को भर्ती किया गया।
महिला अस्पताल एलटी पर तलवार
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि महिला अस्पताल में जांच के नाम पर पैसे लिए जाते हैं। सीएमएस ने माना कि इस तरह की शिकायत मिल चुकी है और एलटी को चेतावनी भी दी जा चुकी है। सीएमएस ने एलटी को नौकरी से हटाने की बात कही। लेकिन कार्यकर्ता संतुष्ट नहीं हुए।
गेट पर प्रसव व गर्भवती की मौत की हो गंभीर जांच
सीएमओ डॉ. सुमन ने कहा कि प्रसव के मामले में हुई लापरवाही के मामले में पत्र भेजे जा चुके हैं। कार्यकर्ताओं ने तीन सदस्यीय टीम बनाकर जांच कराने व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही। सीएमओ ने एक सप्ताह में जांच करा कार्रवाई का भरोसा दिया है।