जिला अस्पताल में नहीं लिखी जाएंगी बाहर की दवा:डीएम
जागरण संवाददाता, महोबा: जिलाधिकारी सहदेव ने मंगलवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया
जागरण संवाददाता, महोबा: जिलाधिकारी सहदेव ने मंगलवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बाहर से दवा लिखना, डाक्टरों का ड्रेस कोड में न रहना, डिलिवरी में स्टाफ द्वारा पैसे लेना, खाना मीनू के अनुसार न मिलना, महिला अस्पताल का आरओ खराब पाया जाना, एंबुलेंस संचालकों द्वारा मनमानी करना जैसे कई मामले उजागर हुए। जिस पर डीएम ने पुरुष और महिला अस्पताल के सीएमएस को फटकार लगाई।
जिला अस्पताल में मंगलवार को डीएम ने तीन घंटे तक औचक निरीक्षण किया।
डीएम सबसे पहले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पहुंचे। यहां पर उन्होंने दवाओं का स्टाक पता किया। कालीपहाड़ी निवासी रमेश व सुभाष नगर निवासी राजेंद्र ने अस्पताल के दो डॉक्टरों का नाम लेते हुए बताया कि दोनों बाहर से दवा लिख रहे हैं। इस पर सीएमएस यूवी ¨सह ने बताया कि मैने सभी डाक्टरों को बाहर से दवाएं न लिखने के निर्देश दिए है। पर डॉक्टर मान नहीं रहे है। इसके बाद डीएम इमरजेंसी वार्ड पहुंचे। यहां पर डीएम ने मौजूद डा. गुलशेर को पर्ची दिखाकर सख्त लहजे में कहा कि इस तरह की पर्ची अस्पताल में नहीं लिखी जाएगी और बाहर से दवा तो कतई नहीं लिखी जाएगी। राजेंद्र ने बताया कि एक डॉक्टर ने कहा था कि अस्पताल की दवाएं सूट नहीं करती है। आयुष्मान भारत के केबिन में एक ही कर्मचारी मिला। इसके बाद वे महिला अस्पताल पहुंचे। ओपीडी, दवा कक्ष का निरीक्षण करने के बाद महिला वार्ड गए। यहां पर भर्ती बिलवई निवासी धर्मवती ने बताया कि प्रसव के नाम पर स्टाफ ने उनके 500 रुपये मांगे थे और उन्होंने 250 रुपये दिए। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। उन्होंने यहां पर मिलने वाले खाने के बावत पूछा तो महिलाओं ने बताया कि दूध, दाल और चार रोटी मिलती हैं। उन्होंने कहा कि मीनू के अनुसार भोजन दिया जाए। लेबररूम पहुंचकर नवजात शिशुओं का वजन कराया और उपस्थित रजिस्टर चेक किया। रजिस्टर में कई लोगों के साइन न मिलने पर सभी का वेतन काटने को कहा। बच्चा वार्ड पहुंचकर निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला अस्पताल में सभी डाक्टर और अन्य स्टाफ ड्रेस कोड में रहेंगे। महिला अस्पताल का आरओ खराब पाए जाने पर सीएमएस को फटकार लगाई। जिला अस्पताल में सुबह से बिजली नहीं आने पर बिजली विभाग के एक्सईएन को फोन लगाकर लताड़ लगाई। उन्होंने सीएमएस से कहा कि अस्पताल में दवा न होने पर मरीजों को दवा मंगा कर दें। डीएम ने माना कि जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है।