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बक्सवाहा जंगल को बचाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों ने लगाई परिक्रमा

जागरण संवाददाता महोबा बुंदेलखंड के बक्सवाहा जंगल को बचाने के लिए ज्येष्ठ अमावस्या पर पर्यावर

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 11:50 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 11:50 PM (IST)
बक्सवाहा जंगल को बचाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों ने लगाई परिक्रमा
बक्सवाहा जंगल को बचाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों ने लगाई परिक्रमा

जागरण संवाददाता, महोबा: बुंदेलखंड के बक्सवाहा जंगल को बचाने के लिए ज्येष्ठ अमावस्या पर पर्यावरण प्रेमियों ने गोरखगिरि धाम की परिक्रमा लगाई।

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यह जंगल मप्र के पड़ोसी जिले छतरपुर में है। जिसे हीरा भंडार मिलने के कारण सरकार ने काटने का आदेश दे दिया है। इसका पर्यावरण प्रेमी जंगल काटने का हर तरह से विरोध कर रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस पर पीएम को खून से खत भी लिखे जा चुके हैं। बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने बताया कि गोरखगिरि धाम की परिक्रमा वैसे तो हर पूर्णिमा व अमावस्या को होती है लेकिन आज परिक्रमा बकस्वाहा जंगल बचाने के लिए की गई। मार्ग में पड़ने वाले सभी ऐतिहासिक मंदिरों पर पहुंच कर बकस्वाहा जंगल को बचाने के लिए प्रार्थना की गई। परिक्रमा समिति के प्रमुख डा. एलसी अनुरागी ने बताया कि परिक्रमा सुबह साढ़े पांच बजे शिवतांडव मंदिर से शुरू हुई। विभिन्न धार्मिक स्थलों से होते हुए वापस उसी स्थान पर समाप्त हुई। प्रवीण चौरसिया, अवधेश गुप्ता, दिनेश खरे, प्रहलाद पुरवार, ग्यासी लाल, राम किशन सेन, उमेश यादव व भानु कुशवाहा आदि

मौजूद रहे।

खखरामठ को संवारने के डीएम ने दिए निर्देश जागरण संवाददाता, महोबा : गुरुवार को डीएम सत्येंद्र कुमार ने शहर के मदन सागर तालाब के स्थित पर्यटन स्थल खखरामठ का निरीक्षण किया। उन्होंने मदन सागर में निर्मित फाइबर पुल, दरीबा, खखरामठ के आस-पास को जगह आदि का अवलोकन किया। पुल की टूट फूट को सही करने को कहा।

डीएम ने नगरपालिका को निर्देशित किया कि खखरामठ पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए साफ-सफाई व बिखरे पड़े पत्थरों को तरतीब से सजाया जाए। ताकि स्थल को आकर्षक बनाया जा सके। कहा कि फाइबर पुल में जो भी टूट-फूट हुई है उसकी मरम्मत कराई जाए और इस जगह को अभी प्रतिबंधित किया जाए। फाइबर पुल के प्रवेश द्वार के पास ही अच्छी वाहन पार्किंग तैयार की जानी चाहिए। और लोगों को वाहन खड़े करने की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाएं। पर्यटन स्थल को पूरी तरह से तैयार करने के उपरांत अनुमति प्राप्त कर खोला जाए। इसके रास्ते के मुख्य गेट पर चैकीदार तैनात किए जाएं ताकि अनावश्यक रूप से लोगों की वहां आवाजाही न हो। उन्होंने कहा कि इस पर्यटन स्थल को पूरी तैयारी करने के उपरांत ही खोला जाएगा।


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