डीएम ने संचारी रोग नियंत्रण पखवारा को लेकर दिए निर्देश
जागरण संवाददाता, महोबा: जिलाधिकारी सहदेव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग
जागरण संवाददाता, महोबा: जिलाधिकारी सहदेव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण पखवारा (01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक) मनाये जाने हेतु जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर संचारी रोग एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण हेतु विस्तार से समीक्षा की गयी।
डीएम ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी सम्बन्धित विभागों से समन्वय बनाकर संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा को सफल बनाना सुनिश्चित करें। इसी के साथ-साथ उन्होनें समस्त संबंधित विभागों से कहा कि अपने विभाग से सम्बन्धित कार्ययोजना बनाकर 29 सितम्बर तक प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होनें कहा कि इस पखवारा के अन्तर्गत साफ-सफाई, कचड़ा निस्तारण, पेयजल आदि पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
कहा कि इंसेफ्लाइटिस (एईएस), जापनी इंसेफ्लाइटिस, नर्वकी बीमारी, मस्तिष्क ज्वर जानलेवा रोग है, परन्तु इससे बचाव सम्भव है। उन्होनें कहा कि संक्रामक रोगों से बचाव के लिए किसी प्रकार का ज्वर या बुखार होने पर नजदीक के सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रोगी को तुरन्त ले जायें, शौच के बाद तथा खाने से पहले साबुन से हाथ अंगुलियों के जड़ों तक व नाखून को हथेली पर रगड़कर अच्छी तरह धोएं तथा घर के आसपास सफाई रखें तथा घर का कूड़ा करकट कूड़ेदान में रखें। शौच के लिए हमेशा पक्के स्वच्छ शौचालय का प्रयोग करें। इसी के साथ-साथ बच्चों को समयानुसार सभी जीवन रक्षक टीके अवश्य लगवाएं साथ ही साथ 9 माह पर प्रथम डोज एवं 16 से 24 माह के आयुवर्ग पर जेई वैक्सीन की दूसरी डोज अवश्य लगायें। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुमन ने कहा कि हैजा, गैस्ट्रो, डायरिया, पीलिया, टायफाइड, एईएस आदि संक्रामक रोग प्रदूषित जल के सेवन एवं दूषित भोजन करने से होता है तथा मलेरिया, डेंगू, जेई आदि वेक्टर जनित रोग जल भराव से उत्पन्न मच्छरों द्वारा होता है। उन्होनें इससे बचने के उपाय भी बताये। मुख्य विकास अधिकारी हीरा ¨सह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।