बंद रही दवा की दुकानें, परेशान रहे मरीज व तीमारदार
जागरण संवाददाता, महोबा : केमिस्ट विरोधी नीतियों के विरोध में उप्र उत्तराखंड मेडिकल एवं स
जागरण संवाददाता, महोबा : केमिस्ट विरोधी नीतियों के विरोध में उप्र उत्तराखंड मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेंटेटिव एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिषेक द्विवेदी व अखिल भारतीय संस्था आल इंडिया आर्गेनाइजेशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज कुमार सोनी के आह्वान पर जिले के सभी मेडिकल व दवा की दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। इस बंदी के चलते मरीजों व उनके तीमारदारों को परेशान होना पड़ा। एक अनुमान के तहत दवा कारोबार बंदी से जनपद में लगभग 20 लाख का टर्नओवर प्रभावित हुआ।
दोनों ही संगठनों के अध्यक्ष मनोज सोनी व अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि पूर्व में संगठन की बैठक संपन्न हुई थी और इसमें भारत बंद के समर्थन का निर्णय लिया गया था। यह भारत बंद केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित आनलाइन फार्मेसी कानून तथा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उप्र सरकार के केमिस्ट विरोधी नीतियों के विरोध में किया गया। मांग की गई कि दवाओं की आनलाइन बिक्री ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट का सीधा उल्लंघन है और दवाओं की आनलाइन बिक्री से न केवल लाखों विक्रेताओं के सामने समस्या उत्पन्न होगी बल्कि देश की करोड़ों की जनता के लिए दवाओं की उपलब्धता को बनाए रखने की प्रक्रिया भी बाधित होगी। मांग की गई है कि जनविरोधी संशोधन को वापस लिया जाए और दवाओं पर शून्य जीएसटी करके दवाओं को भी सस्ता करना चाहिए। मुख्यालय के साथ ही गांवों कस्बों में मेडिकल बंद रहे और बंदी का व्यापक असर देखने को मिला। लोगों ने दवा लेने के लिए सरकारी अस्पतालों की ओर रुख किया।