महोबा में बालश्रम पर रोक के लिए अब शिक्षा से जोड़े जाएंगे बच्चे
जागरण संवाददाता महोबा बाल श्रम पर रोक लगाने के लिए अब बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जो
जागरण संवाददाता, महोबा : बाल श्रम पर रोक लगाने के लिए अब बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। चाइल्डलाइन से दोस्ती अभियान के तहत डीएम सत्येंद्र कुमार ने चाइल्डलाइन बैनर में हस्ताक्षर कर आगामी कार्यक्रमों की जानकारी ली। कहा, कोरोना को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी के तहत जिले में व्याप्त मलिन बस्तियों में रहने वाले ऐसे बच्चे जो शिक्षा से वंचित है उनकी जानकारी ले तथा बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करें।
शहर में संचालित सभी ढाबों तथा होटलों की जांच करें। यहां कार्य करने वाले बच्चों की काउंसिलिंग भी करें। साथ ही शिक्षा से जोड़े साथ ही स्वजन को बाल श्रम अपराध की जानकारी देते हुए उचित शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित करें। कृति शोध संस्थान द्वारा मनोज कुमार के निर्देशन में यह अभियान चलाया जा रहा है। 1098 नंबर के बारे में भी बताया। केंद्र समन्वयक प्रेमचंद्र, काउंसलर दीपक कुमार, टीम मेंबर अमन कुमार साहू, सुनील तिवारी, अनूप द्विवेदी, नीरज कुमार, रोहिणी, सुधा, लीलावती मौजूद रहे। ढाबों का निरीक्षण कर दी बालश्रम अपराध की जानकारी
बालश्रम को रोकने के लिए जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर कबरई रोड पर मौजूद ढाबों का चाइल्डलाइन की टीम ने निरीक्षण किया। इस दौरान ढाबा संचालकों को बालश्रम अपराध की जानकारी दी तथा किसी भी बच्चे के द्वारा ढाबों में काम करवाने पर उचित कार्यवाही की चेतावनी दी।
साथ ही ढाबा मालिक, कर्मचारी तथा मौजूद ग्राहकों को चाइल्डलाइन टॉल फ्री नम्बर के प्रति जागरूक किया। तत्पश्चात रोडवेज परिसर में रोडवेज कर्मियों को चाइल्डलाइन बैंड पहनाकर चाइल्डलाइन के उददेश्यों को बताया। इस दौरान कहा कि यह एक टॉल फ्री आपातकालीन सेवा है जिसका प्रमुख कार्य बच्चो के किसी प्रकार की मुसीबत में पाये जाने पर उनकी सहायता करना। खोये बच्चे, शोषण से पीडित बच्चे, भीख मांगते बच्चे सहित किसी प्रकार की समस्या में व्याप्त बच्चो को मदद पहुचाने का कार्य करता है। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान लोगो को बच्चो के प्रति सजग होने के लिए प्रेरित किया तथा उनकी सहायता करने की बात कही। इस दौरान केंद्र समन्वयक प्रेमचन्द्र, काउन्सलर दीपक कुमार, सुनील तिवारी, अनूप द्विवेदी मौजूद रहे।