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बच्चों ने तैयार की ममतामयी मां भवानी की प्रतिमा

शिवनायक सिंह परिहार अजनर (महोबा) बबलू मोहल्ले में हर साल नवरात्र पर स्थापित होने वाली

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 04:29 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 04:29 PM (IST)
बच्चों ने तैयार की ममतामयी मां भवानी की प्रतिमा
बच्चों ने तैयार की ममतामयी मां भवानी की प्रतिमा

शिवनायक सिंह परिहार, अजनर (महोबा)

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बबलू मोहल्ले में हर साल नवरात्र पर स्थापित होने वाली देवी प्रतिमा व सजने वाले पंडाल को लेकर उत्साहित रहता था। इस बार उसे पता चला कि पंडाल की सजावट नहीं होगी। मां की प्रतिमा रखने को लेकर भी कड़े नियम हैं। फिर क्या था, जहां बड़ों ने हार मान चुप रहने की सोची वहीं बालपन ने कुछ और ही ठान लिया। अपने बाल सखाओं से अपनी मंशा प्रकट की। करीब पंद्रह बच्चों ने मिल कर मां भवानी की ढाई फीट ऊंची चार भव्य प्रतिमाएं तैयार कीं। एक प्रतिमा पड़ोस के मकान में स्थापित की। अन्य तीन प्रतिमाओं को लोगों को भी दीं। अब उसकी तैयारी की गई प्रतिमाओं को स्थापित कर नवरात्र में सुबह शाम पूजा अर्चना हो रही है।

अजनर कस्बा के बीज गोदाम मोहल्ला निवासी मायके में रह रही गीता का पुत्र दस वर्षीय बबलू की मूर्तिकला को देख हर कोई चकित है। इस साल कोरोना के कारण हर आयोजन पर नियमों का कड़ा बंधन है। इसी बंधन के साये में नवरात्र पर्व भी चल रहा है। नियमों में रहते हुए मां की प्रतिमा स्थापित करके मां की आराधना कैसे हो इसको लेकर बबलू चितित था। बालमन ने अपनी सोच को बाल सखाओं के साथ शेयर किया। इसके इरादे को लेकर अन्य साथी पीछे हटे तो उसने सभी की हिम्मत बंधाई। उसके ²ढ निश्चय ने आखिर वह कर दिखाया जिसकी मोहल्ले के बड़े-बड़े लोग कल्पना भी नहीं कर सके थे। 85 रुपये में तैयार हुई एक प्रतिमा

बबलू और साथी अनूप, पारुल, बिट्टंी, पूजा, छाया, प्रीती, रीति, ऋषिकुमार, पुनीत, अमित, भोला, लाली, दीपांशी ने आपस में चंदा करके रुपये एकत्र किए। बच्चों ने घर पर प्रतिमा बनाने के लिए स्वयं ही गीली मिट्टी तैयार की। बबलू ने साथियों की मदद से करीब पंद्रह दिन में चार प्रतिमा तैयार करके रंगरोगन और बाजार से रंग बिरंगे वस्त्र लाकर सुसज्जित कर दिया। प्रति प्रतिमा करीब 85 रुपये का खर्च आया। एक प्रतिमा पड़ोस की मालती के घर पर स्थापित हुई। तीन अन्य प्रतिमाओं को दूसरे लोगों ने ले लिया। जिसका बच्चों ने कोई भी मूल्य नहीं लिया। यह सभी बच्चे दस वर्ष की उम्र के करीब हैं। बच्चों का बढ़ा रहे हौसला

मोहल्ले के लोगों ने तो हार मान ली थी, लेकिन बच्चों ने वह कर दिखाया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। बीज गोदाम मोहल्ला निवासी रमेशचंद्र तिवारी, बुद्ध सिंह तोमर, देव सिंह, राजेंद्र आदि ने बताया कि जो हम लोग नहीं कर सके वह बच्चों ने कर दिखाया। हमें बच्चों पर फर्क है। गांव की प्रधान सरोज द्विवेदी ने बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें 11 सौ रुपये का पुरस्कार दिया है।


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