प्रसव दौरान जच्चा-बच्चा की मौत का मामला:: फालोअप: अधिक रक्त स्राव से हुई थी महिला की मौत
प्रसव दौरान जच्चा-बच्चा की मौत का मामला फालोअप अधिक रक्त स्राव से हुई थी महिला की मौत
प्रसव दौरान जच्चा-बच्चा की मौत का मामला:: फालोअप: अधिक रक्त स्राव से हुई थी महिला की मौत
जागरण संवाददाता, महोबा: प्रसव के लिए आई महिला की महिला अस्पताल में मंगलवार को जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई थी। बुधवार को हुए पोस्टमार्टम में यह बात साफ हो गई कि महिला को समय से इलाज नहीं मिल सका। परिवार के लोग उसे करीब पांच घंटे की देरी से अस्पताल लेकर आए थे। इस दौरान बच्चा बच्चेदानी से बाहर खिसक आने से अधिक रक्त स्राव होने लगा था। इसी कारण महिला की मौत हो गई।
जच्चा-बच्चा की मौत मामले की डीएम मनोज कुमार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए थे। बुधवार को डां. प्रशांत दीक्षित की निगरानी में पैनल के माध्यम से पोस्टमार्टम किया गया। डा. ने बताया कि महिला को यदि करीब पांच घंटे पहले लाया जाता तो उसका सामान्य प्रसव हो सकता था। उसे देरी से लाना ही खतरनाक हो गया। उसे समय से इलाज नहीं मिल सका और अधिक रक्त निकल जाने से महिला की जान चली गई। बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। मालूम हो कि मंगलवार को
ग्राम छिकहरा निवासी 32 वर्षीय तुलसारानी को उनके पति चेतराम अहिरवार महिला अस्पताल लेकर आए थे। यहां डाक्टर रचना, डा. एसके वर्मा ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया था। लेकिन महिला की एंबुलेंस में ही मौत हो गई थी। पति ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा अस्पताल में हंगामा किया था। बाद में शव को अस्पताल के बाहर सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था। एसडीएम जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे थे और उन्हें समझा कर शांत किया था। डीएम मनोज कुमार ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए थे।