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गोरखगिरि का गौरव लौटाने का बुंदेलों ने लिया संकल्प

जागरण संवाददाता, महोबा : रामकथा मंदाकिनी, चित्रकूट चित चारू। तुलसी सुभग सनेह वन, सिय रघुवी

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Jun 2018 06:41 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jun 2018 06:41 PM (IST)
गोरखगिरि का गौरव लौटाने का बुंदेलों ने लिया संकल्प
गोरखगिरि का गौरव लौटाने का बुंदेलों ने लिया संकल्प

जागरण संवाददाता, महोबा :

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रामकथा मंदाकिनी, चित्रकूट चित चारू। तुलसी सुभग सनेह वन, सिय रघुवीर बिहारू..जहां वनवास काल के दौरान त्रेता युग में मर्यादा पुरषोत्तम के पावन चरण पड़े हो और जहां नाथ सम्प्रदाय के प्रणेता गुरु गोरखनाथ ने तपस्या की हो तो वह स्थान अपने आप में ही ऐतिहासिक और धार्मिक हो जाता है। वीरभूमि में ऐसा ही एक स्थान है गोरखगिरि पर्वत। कभी यहां कलकल बहते झरने, पहाड़ पर बना गोरख सरोवर यहां की प्राकृतिक सौंदर्यता को चार चांद लगाते थे। लेकिन शासन प्रशासन ने इस ओर नजरें इनायत करना मुनासिब नहीं समझा और गुरु गोरखनाथ के तप से तेज से पवित्र हुई यह पावन जगह आज अपना वैभव पाने को लेकर झटपटा रही है। बुंदेली धरा के ही कुछ बुंदेलों ने इस पवित्र पर्वत के खोए गौरव को फिर से लौटाने का संकल्प लिया है और यहां पौधरोपण की रणनीति तैयार करने के साथ ही गोरख सरोवर की खोदाई का कार्य शुरू किया गया है, जो 9वें दिन भी जारी रहा। बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकार, फ्रेंडस क्लब सोसाइटी के अंचल सोनी, तेजेंद्र पाटकार, अधिवक्ता समिति के महामंत्री चंद्रशेखर स्वर्णकार, विक्रम यादव, पंकज दीक्षित, संतोष साहू का कहना है कि शासन प्रशासन भले ही इस ओर ध्यान न दे पर ऐतिहासिक धरोहरों, मठों व मंदिरों सहित अन्य धार्मिक स्थलों का खोया गौरव लौटाने के लिए वह दृढ़ संकल्पित है।

डीएम व पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि ने किया श्रमदान

गोरखगिरि पर्वत के ऊपर बने सरोवर में श्रमदान 9वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को यहां जिलाधिकारी सहदेव, उपजिलाधिकारी राजेश यादव व पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ने यहां पर श्रमदान किया। डीएम व पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि ने यहां के खोए वैभव को लौटाने और धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से इसे और विकसित करने के लिए भरोसा दिया। महिलाओं ने भी हाथों में फावड़ा थामकर इस पवित्र पर्वत में श्रमदान कर पुण्य लाभ की प्राप्ति की।

पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि ने पार्क की मांगी स्वीकृति

जिलाधिकारी सहदेव ने श्रमदान करने के बाद सिद्ध बाबा मंदिर की परिक्रमा की और पहाड़ की मुख्य जगहों पर जाकर निरीक्षण किया। उन्हें बताया गया कि यहां सरोवर के साथ ही कुंड भी बने है। यदि प्रशासन का सहयोग मिल जाए तो यहां पर वर्षा जल संरक्षण किया जा सकता है। वहीं गोरखगिरि पहाड़ के नीचे की भूमि में पार्क व टीन शेड बनवाने को लेकर पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ने डीएम से स्वीकृति मांगी। इस पर डीएम ने इस संबंध में उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया है।


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