छह माह तक मां का दूध, फिर दें पौष्टिक आहार
महोबा कुपोषण को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से पोषण माह चलाया जा रहा है । शहरी क्षेत्र के इमलीबरा आंगनबाड़ी केंद्र में 27 बच्चों का वजन हुआ। जो बच्चे एक साल के हो गए उनका जन्मदिन भी मनाया गया। बच्चों को हाथ धोने का सही तरीके बताया गया। माताएं अपने घर से खिचड़ी दलियाए हलुवाए लड्डू इत्यादि बनाकर लाईं। सभी बच्चों को एक साथ स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन किया। यूनीसेफ मंडल समन्वयक डा. याकूब मुजफ्फर ने कहा कि बच्चे के जन्म से 6 माह तक सिर्फ मां का दूध ही दें। 6 माह बाद ऊपरी आहार में अक्सर माताएं बच्चों को दाल का पानीए बिस्कुट इत्यादि देती हैं इससे बच्चे को पोषण नहीं मिल पाता। उन्होंने बताया कि एक कटोरी में कम मसाले का व मुलायम भोजन दें।
जागरण संवाददाता, महोबा : कुपोषण को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से पोषण माह चलाया जा रहा है। यूनीसेफ मंडल समन्वयक डा. याकूब मुजफ्फर ने कहा कि बच्चे के जन्म से छह माह तक सिर्फ मां का दूध ही दें। छह माह बाद ऊपरी आहार में अक्सर माताएं बच्चों को दाल का पानी व बिस्कुट इत्यादि देती हैं इससे बच्चे को पोषण नहीं मिल पाता। उन्होंने बताया कि एक कटोरी में कम मसाले का व मुलायम भोजन दें।
शहरी क्षेत्र के इमलीबरा आंगनबाड़ी केंद्र में 27 बच्चों का वजन हुआ। जो बच्चे एक साल के हो गए उनका जन्मदिन भी मनाया गया। बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका बताया गया। माताएं अपने घर से खिचड़ी दलिया, हलुवा व लड्डू इत्यादि बनाकर लाईं। सभी बच्चों ने एक साथ स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन किया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अगर गर्भवती को पूर्ण पोषण नहीं मिल पाया तो बच्चा कुपोषित हो सकता है। जिला कुष्ठ सलाहकार डा. आशीष पटेरिया ने कुष्ठ रोग के बारे में बताया और जरूरी सलाह दी। शहरी स्वास्थ्य समन्वयक मनोज कुमार लाल, वार्ड सदस्य पूर्णिमा चौरसिया, सीडीपीओ यासमीन जहां, सुपरवाइजर सुमन चौरसिया, एएनएम सीमा, आशा अनीता मौजूद रहीं।